भाजपा बताएं कि मोदी कितना चंदा लेकर मित्रों को देश की धरोहर बेच रहे हैं : कांग्रेस
रायपुर. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने रेतमाफ़िया के खिलाफ कार्रवाई पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान को अवैध काम करने वालों के साथ भाजपा की हमदर्दी ठहराते हुए कहा है कि अवैध रेत उत्खनन तथा परिवहन करते पकड़े जा रहे लोगों पर सख्त कार्रवाई हो रही है, जिससे भाजपा दुखी हो रही है। भूपेश बघेल सरकार ने भाजपा शासनकाल में पैदा की गई माफिया खरपतवार को उखाड़ कर फेंक दिया है। जो बची खुची भाजपा संरक्षित गाजरघास नजर आ रही थी, उसे भी जड़ मूल से खत्म किया जा रहा है तो भाजपा की नींद उड़ गई है। सोते जागते रेतमाफ़िया की चिंता सता रही है। यह कैसा विपक्ष है जो सरकार के लोकहित और राज्य हित के हर कदम का विरोध करने को ही अपना धर्म समझता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष साय किस तरह की घटिया राजनीति कर रहे हैं, वह जनता देख रही है और समझ रही है कि छत्तीसगढ़ के राजस्व को नुकसान पहुंचाने वालों पर सख्ती बरती जाती है। तब भाजपा कराह उठती है। कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार की प्राथमिकता सुखी समृद्ध छत्तीसगढ़ है जबकि सत्ता दौरान भाजपा का मूलमंत्र छत्तीसगढ़ को लूटना और लुटवाना ही रहा है। इसलिए पंद्रह साल तक घपले घोटाले किये, कमीशनखोरी के लिए हजारों करोड़ का कर्ज लिया। चिटफंड कंपनियों एवं माफियो से मिलकर छत्तीसगढ़ की जनता के हितों पर डाका डाला गया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार पर्यावरण संरक्षण, जल, जंगल, जमीन, किसान, गरीब, मजदूर, पशुधन के संरक्षण को प्राथमिकता दे रही है। नरवा, गरुवा, घुरबा, बाड़ी की मैदानी योजनाओं को राष्ट्रीय ख्याति मिली है। सारे देश में छत्तीसगढ़ मॉडल आशा की किरण बन गया है और यहां भाजपा इन वास्तविक विकास की योजनाओं का विरोध करती है जो भाजपा की नीति और नीयत में खोट का जीता जागता उदाहरण है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ सरकार पर आरोप लगाते शर्म आनी चाहिए। वसूली का चस्का तो पंद्रह साल तक घोटाला मंडली को लगा हुआ था और महारानी से लेकर कुंअर तक, दामाद से लेकर रिश्तेदार तक वसूली, कमीशनखोरी के मामले में कुख्यात रहे। भाजपा को अपने चौकीदार से पूछना चाहिए कि कितना चंदा लेकर देश की धरोहरों को अपने मित्रों को बेच रहे हैं।