May 4, 2024

विश्व दुग्ध दिवस : दूध एक सम्पूर्ण आहार है – योग गुरु महेश अग्रवाल

भोपाल. आदर्श योग आध्यात्मिक योग केंद्र  स्वर्ण जयंती पार्क कोलार रोड़ भोपाल के संचालक योग गुरु महेश अग्रवाल कई वर्षो से निःशुल्क योग प्रशिक्षण के द्वारा लोगों को स्वस्थ जीवन जीने की कला सीखा रहें है वर्तमान में भी ऑनलाइन माध्यम से यह क्रम अनवरत चल रहा है | योग प्रशिक्षण के दौरान साधकों को आहार चिकित्सा से संबंधित खाने पीने की वस्तुओं को कब, कितना, क्यों, एवं विरुद्ध आहार के बारे में जानकारी दी जाती है |
योग गुरु अग्रवाल ने विश्व दुग्ध दिवस की सभी किसान भाइयों, गो-पालकों, पशुपालक बंधुओं सहित समस्त दुग्ध उत्पादकों को हार्दिक शुभकामनाएं  देते हुए कहा कि दूध एक सम्पूर्ण आहार है। यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। आइए, आज इस अवसर पर दूध के महत्व को जानें और इसके विषय में लोगों में जागरुकता बढ़ाएं। दूध उद्योग से जुड़ी गतिविधियों के प्रचार-प्रसार के लिए विश्व दूग्ध दिवस 1 जून को पूरे देश में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य दूध के संबंध में ध्यान आकर्षित करना एवं दूध उद्योग से जुड़ी गतिविधियों के प्रचार-प्रसार के लिए अवसर  प्रदान करना है।
 दूध का नाम सुनते ही कई लोगों की नाक-भौं सिकुड़ जाती है, पर यदि उन्‍हें ठंडे दूध के फायदों के बारे में पता चल जाए तो वे इसे कभी पीना नहीं छोड़ेंगे। ठंडा दूध ना केवल स्‍वास्‍थ्‍य से भरा होता है बल्‍कि टेस्‍ट में भी काफी लाजवाब माना जाता है। अगर गर्म दूध पीने के कई फायदे हैं तो ठंडा दूध भी कुछ कम नहीं है। ठंडा दूध पीने से एसीडिटी, मोटापा, बार-बार भूख लगना आदि जैसी छोटी मोटी बीमारियां दूर हो सकती हैं। डॉक्‍टर्स कहते हैं कि गर्म और गुनगुना दूध जल्‍दी पच जाता है. इसलिए जिन लोगों की पाचन शक्ति अच्‍छी नहीं उन्‍हें गर्म दूध का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा गर्म या गुनगुना दूध रात को पीना चाहिए, इससे नींद अच्‍छी आती है, – जल्दी पाचन के लिए पिए गर्म दूध – गर्म दूध में लैक्‍टोज कम हो जाता हैं और इससे दस्‍त और बदहजमी की समस्या नहीं होती। अगर ठंडा दूध पीने से पेट खराब होता हो, तो गर्म दूध पिएं। जब दूध को गरम किया जाता है तो, उसमें मौजूद लैक्‍टोज नष्ट हो जाते हैं, जिसे पीने के बाद डायरिया या पेट फूलने की समस्या नहीं होती।आप ठंडे दूध को स्‍वादिष्‍ट बनाने के लिये उसमें फ्लेवर भी मिक्‍स कर सकते हैं। ठंडा दूध पीने से पहले एक बात का बहुत ख्‍याल रखें कि अगर आपको सर्दी-जुखाम है तो इसे भूल कर भी ना पियें। स्‍किन बनाए खूबसूरत- चेहरे पर ठंडा दूध लगाने से त्‍वचा क्‍लीन और टाइट बनती है। इससे त्‍वचा हाइड्रेट और स्‍मूथ हो जाती है।
यह तो हम सभी जानते हैं की दूध सेहत के लिए फायदेमंद है। मगर यह कुछ ही लोगों को पता होता है कि धरती पर  पाया जाने वाला तीन तरह का दूध इंसानों के लिए अमृत से कम नहीं। इस दूध के सेवन से गंभीर से गंभीर रोग दूर हो जाता है। जिसको पीकर आप रोगमुक्त और स्वस्थ रह सकते है। पहला दूध है मां का – इसमें इम्यूनोग्लोब्युलीन का लेवल है होता है। मां के दूध में लैक्टोफोर्मिन नाम का तत्व होता है।  यह शिशु के आंतों में रोगाणुओं के पनपने से रोकते हैं। इसके साथ ही मां के दूध के फायदे यह हैं। पाचन शक्ति बेहतर होती है -नवजात शिशुओं की पाचन शक्ति कमज़ोर होती है इसलिए मां का दूध तो बच्चों के लिए अमृत की तरह होता है। मां बच्चे को जितना अपना दूध पिलाएगी बच्चा उतना ही स्वस्थ होगा। संक्रमण बचाने में मददगार –  नवजात बच्चे को मां का दूध दस्त, कुपोषण, न्यूमोनिया के खतरे से बचाता है।
गाय का दूध है अमृत, कैंसर के खतरे को भगाये गाय का दूध पृथ्वी पर सर्वोत्तम आहार है। उसे मृत्युलोक का अमृत कहा गया है। मनुष्य की शक्ति एवं बल को बढ़ाने वाला गाय का दूध जैसा दूसरा कोई श्रेष्ठ पदार्थ इस धरती में नहीं है। पंचामृत बनाने में इसका उपयोग होता है। गाय का दूध पीला होता है और सोने जैसे गुणों से युक्त होता है। केवल गायके दूध में ही विटामिन ए होता है किसी अन्य पशु के दूध में नहीं। गाय का दूध बलवर्धक, स्मृतिवर्धक, जीवनदायक, रक्तवर्धक, वाजीकारक, आयुष्यकारक और सर्वरोग को हारने वाला है। गाय के पीठ पर मोटा सा हम्प होता है। इसमें सूर्यकेतु नाड़ी होती है। यह सूर्य की किरणों के संपर्क में आते ही अपने दूध में स्वर्ण  छोड़ती है। गाय के दूध में स्वर्ण तत्व समा जाते हैं। गाय का दूध पीने से कैंसर रोग नहीं होता। गाय के दूध के फायदे – इंस्टेंट एनर्जी देता है गाय का दूध, दवाओं के कारण शरीर में जो जो टॉक्सिक पैदा होता है उसको दूर करता है, स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है मानसिक रोग में फायदेमंद होता है
बकरी के दूध से दूर हो जाती है काली खांसी -डेंगू में, हिचकी रोग,दस्त आने पर,गर्भवती स्त्री को,टीबी रोग में फायदेमंद है बकरी का दूध | अगर आप दूध नहीं पीते हैं तो पीना शुरू कर दें| भारतीय वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में दूध से घर में सुख और संपन्नता देखी जाती है। दूध उबालते वक्त  सावधानी रखना चाहिए |
दूध एक ऐसा खाद्य आहार है जो हर घर में इस्तेमाल होता है। दिन की शुरुआत ही दूध से होती है। लोग दूध के प्रयोग से बनी हुई चाय या कॉफी पीते हैं। यह दूध उन्हें दिन को भरपूर ऊर्जा के साथ आरंभ करने की क्षमता प्रदान करता है। डॉक्टरों की राय में यदि रोजाना दूध पीया जाए, तो शरीर में कैल्शियम की कमी नहीं होती। बॉडी को जितने पोषण की आवश्यकता होती है, उसका 50 प्रतिशत उसे दूध दे सकता है। इसलिए दूध का सेवन बहुत ही जरुरी हैं |दूध के साथ : दही, नमक, मूली, मूली के पत्ते, अन्य कच्चे सलाद, सहिजन, इमली, खरबूजा, बेलफल, नारियल, नींबू, करौंदा,जामुन, अनार, आँवला, गुड़, तिलकुट,उड़द, सत्तू, तेल तथा अन्य प्रकार के खट्टे फल या खटाई, मछली आदि चीजें ना खाएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post सम्मान कार्यक्रम में भावुक विधायक ने कहा – नारी शक्ति ने बढ़ाया मान, सभापति ने कहा – हमेशा रहूंगा साथ, दोनों ने बताया, दशकों तक लोग करेंगे याद
Next post विकास के नाम पर, पुनर्वास बिना, दुबारा विस्थापन स्वीकार नहीं, राज्य सरकार की पुनर्वास नीति लागू करे एसईसीएल : किसान सभा
error: Content is protected !!