इन 6 में से कोई भी बीमारी शरीर में पनपे तो तेजी से गिरते हैं बाल
अगर आपके बाल बहुत तेजी से झड़ रहे हैं तो इसकी एक गंभीर वजह शरीर में पनप रहा कोई रोग भी हो सकता है। यहां जानें उन बीमारियों के बारे में, जो शरीर में धीरे-धीरे बढ़ती हैं और फिर हानिकारक हो जाती हैं। झड़ते बाल इन बीमारियों का प्रारंभिक लक्षण हो सकते हैं…
केवल मौसम का बदलाव और ध्यान ना रखने की वजह से ही हमारे बाल नहीं गिरते हैं, बल्कि बाल झड़ने की वजह कई साइलंट डिजीज भी होती हैं… यहां जानें उन 6 बीमारियों के बारे में जो अगर शरीर में पनप रही होती हैं तो आपके बाल बहुत तेजी से झड़ने लगते हैं…
यह है सबसे जरूरी बात
-हेयर एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर हर रोज किसी व्यक्ति के 70 से 100 बाल झड़ रहे हैं तो यह घबराने की स्थिति नहीं है। क्योंकि बाल झड़ना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। जब पुराने बाल गिरते हैं, तभी नए बाल आते हैं। अगर आपके गिरते बाल इस संख्या से कहीं अधिक हैं तो आपको परेशान होने की जगह अपने डॉक्टर से बात करने की जरूरत है। क्योंकि कई बार पुराने कब्ज, पेट की गड़बड़ी या कुछ अन्य गंभीर बीमारियों के चलते भी बाल तेजी से गिरते हैं। दरअसल, बाल गिरना कई बीमारियों की प्रारंभिक अवस्था को भी दर्शाता है। यह एक संकेत है, जिसके जरिए हमारा शरीर हमें अलर्ट करता है कि शरीर में अवांछित कोशिकाएं या रोगाणु पनप रहे हैं।
थायरॉइड बढ़ने पर झड़ते हैं बाल
-अगर आपको लंबे समय से थायरॉइड की समस्या है तब भी आपके बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। थायरॉइड एक डिसऑर्डर है यदि समय पर आप इसका सही इलाज ले लेते हैं तो यह आपकी सेहत को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा पाता है। आप बिना किसी समस्या के सामान्य जीवन जी सकते हैं। लेकिन अगर आप इस समस्या का इलाज नहीं कराते हैं तो आपके बाल तो तेजी से गिरते ही रहते हैं, साथ ही कई तरह की समस्याएं भी शरीर में पनपने लगती हैं।
थायरॉइड और बीपी के कारण भी झड़ते हैं बाल
जब शरीर में पनप रहा हो कैंसर
-हॉजकिन लिंफोमा जैसे कुछ कैंसर बालों के झड़ने का कारण हो सकते हैं। साथ ही कैंसर के इलाज के कारण कीमोथेरेपी के दौरान तेजी से बाल झड़ते हैं। ये स्थितियां तब आती हैं, जब मरीज को पता होता है कि उसे कैंसर हुआ है। लेकिन बालों का झड़ना अक्सर इस बात का संकेत भी देता है कि शरीर में अनचाही सेल्स विकसित हो रही हैं, जो समय के साथ कैंसर का रूप ले सकती हैं।
ब्लड प्रेशर भी हो सकता है गिरते बालों का कारण
–जब किसी व्यक्ति को ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्या होती है तो उस व्यक्ति के शरीर में रक्त का प्रवाह बाधित रहता है।इस कारण ब्लड आर्टरीज पर ब्लड फ्लो का अधिक प्रेशर होता है। साथ ही ब्लड में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, इससे व्यक्ति के बाल तेजी से गिरने लगते हैं। यह स्थिति हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों में अधिक देखने को मिलती है।
एनॉरेक्सिया और बुलिमिया
-स्लिम फिट बॉडी की चाहत में अक्सर टीनेजर्स एनॉरेक्सिया और बुलिमिया जैसे ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार हो जाते हैं। इन डिसऑर्डर्स से ग्रसित युवा बहुत सीमित मात्रा में और बेहद चुनिंदा फूड्स खाना पसंद करते हैं। जबकि कुछ लोग तो जो खाते हैं, उसे बाद में उल्टी के जरिए निकाल भी देते हैं। ताकि भूख भी मिट जाए और शरीर में फैट भी जमा ना हो। ये सभी स्थितियां इन युवाओं के शरीर को कुपोषण की तरफ धकेलने का काम करती हैं। फिर यही कुपोषण तेजी से झड़ते बालों की वजह बन जाता है।
डिप्रेशन के कारण भी गिरते हैं बाल
किसी भी व्यक्ति को डिप्रेशन या अवसाद तुरंत अपनी चपेट में नहीं लेता है। बल्कि यह मासिक बीमारी का तीसरा चरण है। इससे पहले व्यक्ति स्ट्रेस का शिकार होता है और फिर एंग्जाइटी की चपेट में आता है। बाल झड़ने की शुरुआत स्ट्रेस के दौरान ही हो जाती है। यदि यह स्ट्रेस बढ़ते हुए डिप्रेशन के स्तर तक पहुंच जाता है तो बाल झड़ने की प्रक्रिया और तेज होने के साथ ही बाल सफेद होने की प्रॉसेस भी शुरू हो जाती है।
लूपुस डिसऑर्डर भी होता है बालों के गिरने के कारण
-लूपुस एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। इस डिसऑर्डर में शरीर के कई हिस्सों में लंबे समय तक सूजन बनी रहती है। इंफ्लेमेशन के कारण चेहरे की त्वचा और बालों की जड़ें मुख्य रूप से प्रभावित होती हैं। बालों की जड़ों में रक्त और ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता है। इस कारण बाल गिरने लगते हैं। लूपुस डिसऑर्डर के शिकार लोगों में केवल सिर के बाल गिरने में ही तेजी नहीं आती है बल्कि स्थिति गंभीर हो जाए तो आइब्रो, आइलिड के बाल भी गिरने लगते हैं। वहीं पुरुषों में यह समस्या होने पर उन्हें मूंछ और दाड़ी के बाल झड़ने की दिक्कत भी हो जाती है।