राफेल की शस्त्र पूजा पर कांग्रेसी खड़गे ने उठाया सवाल, निरुपम बोले- ‘वह नास्तिक हैं’

मुंबई. देश का पहला राफेल (Rafale) रिसीव करने के बाद केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) की ओर से उसकी शस्त्र पूजा किए जाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने इसपर सवाल खड़े किए हैं, जिसके जवाब में उन्हें अपनी ही पार्टी के नेता संजय निरुपम (Sanjay nirupam) ने खरी-खरी सुना दी है. मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम (Sanjay nirupam) ने मीडिया से बातचीत में कहा कि शस्त्र पूजा कोई तमाशा नहीं है. शस्त्र पूजा भारतीय समाज की परंपरा है. समस्या यह है कि मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) नास्तिक हैं, कांग्रेस पार्टी में ज्यादातर लोग नास्तिक हैं.

यहां आपको बता दूं कि पिछले कुछ समय से संजय निरुपम (Sanjay nirupam) कांग्रेस में बागी तेवर अपनाए हुए हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें टिकट नहीं दिया गया था, जिसके बाद राज्य में चल रहे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी उन्हें और उनके समर्थकों को टिकट नहीं दिया गया है, इस बात से वह काफी नाराज हैं. पिछले दिनों उन्होंने कहा था वह विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार नहीं करेंगे. साथ ही संजय निरुपम (Sanjay nirupam) आरोप लगा चुके हैं कि मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) जैसे नेता कांग्रेस में युवाओं को बढ़ने नहीं देना चाहते हैं.

इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खड़गे ने कहा था कि राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) का राफेल (Rafale) का शस्त्र पूजा करना एक तमाशा रहा. एक मंत्री को इस तरह का ड्रामा करने की जरूरत नहीं थी. कांग्रेस जब कभी सत्ता में रही तो दिखावे से परहेज करती रही. कांग्रेस सरकार में सेना के लिए बोफोर्स तोप खरीदा गया था. उस दौरान हमारी सरकार का कोई भी नुमाइंदा उसे रिसीव करने नहीं पहुंचा था.

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने राफेल (Rafale) रिसीव करने के बाद उसमें करीब 35 मिनट उड़ान भी भरी थी. इसपर कांग्रेस नेता खड़गे ने कहा कि किसी फाइटर जेट की टेस्टिंग वायुसेना के काबिल पायलट की होती है. एक मंत्री उसमें उड़ान भरके कैसे बता सकता है कि फाइटर जेट कैसा है. राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) का उड़ाना भरना केवल दिखावा मात्र है.

रक्षामंत्री राजनाथ सिह ने दशहरा के अवसर पर मंगलवार को 36 राफेल (Rafale) विमानों में से प्रथम विमान को औपचारिक रूप से प्राप्त कर लिया. लड़ाकू विमान राफेल (Rafale), विमान के विनिर्माता दसॉ एविएशन के स्थल मेरिगनाक में सुपूर्द किया गया. दसॉ एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने बाडरे-मेरिगनेक एयर बेस पर राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) का स्वागत किया. सिंह पेरिस से यहां फ्रांसीसी सैन्य विमान से आए थे. उन्होंने ट्रैपियर और फ्रांस के अधिकारियों की अगुवाई में दसॉ एविएशन के संयंत्र का दौरा किया. विमान को सुपूर्द करने से पहले राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) को विमान विनिर्माता के इतिहास पर एक संक्षिप्त ऑडियो-वीडियो क्लिप दिखाई गई. उनके फ्रांसीसी समकक्ष फ्लोरेंस पार्ले विमान को सुपूर्द करने के कार्यक्रम में मौजूद रहे.

उन्होंने कहा,’पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति जैक्स शिराक ने पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ मिलकर रणनीतिक साझेदारी के लिए मूल आधार तैयार किया था. हम उनके आभारी हैं. आज का दिन भारत और फ्रांस के लिए मील का पत्थर और द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की नई ऊंचाई का दिन है.’ विमान प्राप्त करने के बाद सिंह ने पारंपरिक शस्त्र पूजा की, जिसके बाद रक्षामंत्री इस दो सीट वाले लड़ाकू विमान में उड़ान भरेंगे.

भारत ने विमान को प्राप्त करने के लिए 8 अक्टूबर का दिन सिर्फ दशहरा की वजह से नहीं, बल्कि 8 अक्टूबर के दिन हर वर्ष मनाए जाने वाले वायुसेना दिवस की वजह से चुना. दशहरा हिंदू परंपरा के अनुसार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और सदियों से दशहरा उत्सव के दौरान शस्त्र पूजा की परंपरा रही है. पहले लड़ाकू विमान का नंबर आरबी 001 है.



Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!