May 2, 2024

शोपियां में प्रशासन का कमाल, लोग बने मिसाल, 45 साल से ज्यादा एज ग्रुप में 100% वैक्सीनेशन


श्रीनगर. देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Coronavirus second wave India) जारी है. कोरोना से जारी जंग के बीच फिलहाल महामारी से बचाव के चार ही प्रमुख तरीके हैं. मास्क, सामाजिक दूरी, हैंड सैनेटाइजेशन और कोरोना वैक्सीनेशन. इस बचाव वाले मोर्चे पर इस बार जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में दक्षिण कश्मीर से अच्छी खबर आई है. दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले (Shopian District) में 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का 100% वैक्सीनशन पूरा हो गया है. जम्मू कश्मीर में सांबा जिला यह टारगेट पूरा करने वाला पहला जिला बना था.

पहली लहर में हॉटस्पॉट था इलाका

वर्तमान में कश्मीर (Kashmir) का एक मात्र करोना मुक्त गांव हिरपोरा पहली लहर में कोविड होट स्पॉट रहा था. श्रीनगर से 62 किलोमीटर दूर स्थित कश्मीर घाटी का एक ऐसा गांव जो दूसरी लहर में करोना मुक्त रहा है. इसके कई कारण है एक तो इस गांव के लोगों ने सब कुछ सरकार पर नहीं छोड़ा. लोगों ने खुद अपने दम पर ये लड़ाई लड़ी वहीं सौ फीसदी टीका लगवाकर अपनी मुहिम को कामयाब बनाया.

दक्षिण कश्मीर का पहला कोरोना केस यहीं मिला था

गांव के सरपंच एजाज अहमद शेख ने बताया कि दक्षिणी कश्मीर में सब से पहला संक्रमण (First Coronavirus Case) का मामला यहीं दर्ज हुआ था. करीब 7000 की आबादी वाले गांव में तब हर दूसरा आदमी कोरोना संक्रमित था. मगर आज तस्वीर बदल गई है. लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए जारी एसओपी (SOP) का पालन किया. मास्क लगाया, सैनेटाईजर का इस्तेमाल लगातार करने के साथ सामाजिक दूरी को अपनी परंपरा यानी जीने का रस्मो रिवाज बना लिया. वहीं गांव की मस्जिद कमेटी और बड़े बुजुर्गों ने भी अभियान को पूरा करने में अहम भूमिका निभाई है.

लोगों ने निभाई जिम्मेदारी

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि कि जो भी गाइडलाइंस थीं पूरे गांव ने उसका पूरी तरह पालन किया है. इसलिए इस साल 2021 में यहां  कोविड का एक भी मामला नहीं है. वहीं बाकी गांव वालों को भी 45 साल से ऊपर के लोगों का टीकाकरण का काम पूरा होने पर गर्व है.

हिरपोरा के ब्लॉक मेडिकल अफसर हों या मेडिकल अधिकारी गुलजार अहमद बाबा सभी हिरपोरा के लोगों की जागरूकता के कायल हैं. अधिकारियों के मुताबिक कोवैक्सीन (Covaxin) आने के बाद 18-44 साल के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. लेकिन इस कामयाबी का श्रेय जिला प्रशासन इलाके के लोगों को दे रहा है. उन्होंने गांव के कोविड फ्री होने की पुष्टि की है.

इस बार आयी दूसरी लहर से पहले प्रशासन ने पहले से ही कदम उठाये और पूरी आबादी को टीका लगाया. नतीजा जहां प्रदेश में चारों ओर कोरोना के मामले सामने आए, लेकिन हिरपोरा का गांव इससे अछूता रहा. वहीं टीकाकरण के मामले लेकिन इस मामले में राजधानी श्रीनगर यहां से पीछे है.

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