कोरोना काल में मजदूरी कराने के बाद अभी तक नहीं किया भुगतान, दर-दर भटक रही महिला
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. कोरोना काल में पलायन से लौटे मजदूरों के लिए भोजन बनाने वाली महिला व उसके पति का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। कलेक्टर कार्यालय पहुंची महिला का कहना है कि न.पं. अध्यक्ष के कहने पर ब्याज में रकम लेकर हमारे द्वारा अन्य मजदूरों का भुगतान किया गया था फिर बाद में उक्त रकम को नहीं लौटाया गया है। ब्याज के जंजाल में फंसा महिला का पति आठ माह से गांव में नहीं है। नगर पंचायत मल्हार में रहने वाली महिला अपनी शिकायत लेकर कलेक्टर के कार्यालय जनदर्शन में आई थी किंतु जिलाधीश से मुलाकात का समय समाप्त होने के कारण वह निराश होकर लौट गई।
मल्हार नगर पंचायत में रहने वाली महिला जसवंतीन बाई पति परदेशी केंवट ने बताया कि कोरोना काल में पलायन से लौटे ग्रामीणों को मल्हार स्थित केन्द्रीय विद्यालय में ठहराया गया था। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष के कहने पर इन मजदूरों के खाना और नाश्ता बनाने का काम हम लोगों ने किया था। दो माह मजदूरी करने के बाद एक लाख 80 हजार का हिसाब बना था। जिसमें 50 हजार रूपये ही दिया गया। महिला ने बताया कि नप अध्यक्ष के कहने पर मेरे पति परदेशी केंवट ने एक लाख रूपये ब्याज में रकम उठाकर अन्य मजदूरों का भुगतान किया गया है। कर्ज में डूबे महिला का पति आठ माह से गांव में नहीं है। कलेक्टर कार्यालय पहुंची महिला का कहना है कि नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा कलेक्टर महोदय को जानकारी दी गई है कि किसी का कोई भुगतान नहीं रूका है। बहरहाल अपनी फरियाद लेकर महिला दर-दर भटक रही है।