June 16, 2024

Blood Sugar Levels : खाने के बाद कितना होना चाहिए ब्‍लड शुगर लेवल, क्‍या है जांच का सही तरीका

ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करना हम सभी के लिए जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह छोटी सी चीज हमें डायबिटीज की समस्या से पीड़ित बना सकती है। आइए जानते हैं आखिर ब्लड शुगर लेवल खाने के बाद कितना होना चाहिए।

हमारे शरीर के अंदर ऐसे ढेरों ऑर्गन्स हैं जो अलग अलग कार्य करते हैं। इनमें से किसी के काम में भी बाधा उत्पन्न हो तो उसका परिणाम हमें बीमारियों के रूप में भुगतना पड़ता है। ऐसा ही कुछ ब्लड शुगर लेवल के साथ। ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने के बहुत से कारण हो सकते हैं। लेकिन इनमें से एक मुख्य कारण है हमारा भोजन। दरअसल जब भी हम कार्ब्स का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो यह पचाते समय शुगर में तब्दील हो जाता है।

इसका उपयोग शरीर ऊर्जा के लिए करता है। लेकिन जब शरीर में अधिक मात्रा में शुगर जाने लगे तो इससे यह हमारे बॉडी सेल्स के अंदर चिपक जाते हैं। जिसकी वजह से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए ब्लड शुगर को संतुलित रखने के लिए एक सही डाइट का सेवन जरूरी है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि ब्लड शुगर के बढ़ने के पीछे केवल भोजन ही जिम्मेदार है। इसके कुछ दूसरे कारण भी हैं जो कुछ इस प्रकार है
  • हृदय रोग
  • स्ट्रेस
  • खराब जीवन शैली
  • स्मोकिंग
  • अल्कोहल
  • फिजिकल एक्टिविटी न करना
  • उम्र

​ब्लड शुगर पर नजर रखना इनके लिए जरूरी

अगर आप टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज के शिकार हैं तो ब्लड शुगर लेवल पर नजर बनाए रखना बेहद जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके जरिए आप समझ पाएंगे कि किस तरह दवा, फिजिकल एक्टिविटी, भोजन आपके शरीर में रक्त शर्करा को प्रभावित कर रहा है।

इस स्थिति में जब भी आपका ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ रहा होगा, तो आप सतर्क हो जाएंगे। यह सतर्कता ही आपको डायबिटीज की वजह से होने वाली समस्या से बचाकर कर रखेगी जैसे, स्ट्रोक, किडनी से जुड़ी बीमारी, हार्ट अटैक, अंधापन और शरीर के अंग कटने से भी बच सकते हैं।

​कुछ अन्य लोग जिन्हे ब्लड शुगर लेवल पर नजर रखनी चाहिए

  • ऐसे लोग जो इंसुलिन लेते हों
  • गर्भवती महिलाएं
  • इस तरह के लोग जिन्हें ब्लड ग्लूकोज लेवल मेंटेन करना मुश्किल लग रहा हो
  • ऐसे लोग जिनका ब्लड ग्लूकोज लेवल कम रहता हो।
  • इस तरह के लोग जिनका ब्लड ग्लूकोज लेवल बिना किसी संकेत के कम हो जाता है।
  • ऐसे लोग जो किटोन्स की समस्या से पीड़ित हैं।
​भोजन के बाद साधारण शुगर लेवल कितना होना चाहिए

भोजन करने के 2 घंटे बाद आप ब्लड ग्लूकोज लेवल की जांच कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको अंदाजा हो जाएगा कि आपने भोजन में जो भी खाया है, उसकी वजह से रक्त शर्करा के स्तर पर क्या प्रभाव हुआ है। इसके बाद आप तय कर सकते हैं कि आपको अपनी डाइट में बदलाव करना है या नहीं। इसके लिए आप डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं।

  • वयस्क जो गर्भवती भी नहीं हैं और जिन्हे डायबिटीज नहीं है, भोजन के बाद शुगर लेवल 90-180 mg/dL
  • वयस्क जो गर्भवती नहीं है लेकिन डायबिटीज की शिकार हैं 180 mg/dL
  • वयस्क जो डायबिटीज से पीड़ित है इंसुलिन लेता है 180 mg/dL
  • वयस्क जो डायबिटीज से पीड़ित है लेकिन इंसुलिन नहीं लेते 140 mg/dL
  • महिला जो गेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित है, भोजन के एक घंटे बाद शुगर लेवल 140 mg/dL
  • महिला जो गेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित है, भोजन के दो घंटे बाद शुगर लेवल 120 mg/dL
  • गर्भवती महिला जो प्रीएक्सिसटिंग टाइप 1 या 2 डायबिटीज से पीड़ित हैं, भोजन के एक घंटे बाद शुगर लेवल 110-140 mg/dL
  • गर्भवती महिला जो प्रीएक्सिसटिंग टाइप 1 या 2 डायबिटीज से पीड़ित है, खाने के 2 घंटे बाद ब्लड शुगर लेवल 100-120 mg/dL
​क्‍या है ब्लड शुगर लेवल की जांच का तरीका

आप दो तरह से ब्लड शुगर लेवल की जांच कर सकते हैं। पहले ग्लूकोमीटर के जरिए और दूसरा ग्लूकोज मॉनिटरिंग के जरिए। आप चाहें तो रक्त शर्करा की जांच सप्ताह में कई बार कर सकते हैं और अगर जरूरी लगे तो एक दिन में 4 से 6 बार तक ब्लड शुगर की जांच कर सकते हैं।

​सामान्य शुगर लेवल कितना होता है

अमेरिकन डायबिटीज संस्था के मुताबिक भोजन के एक से दो घंटे बाद अगर ब्लड शुगर लेवल 180 mg/dL है तो इसे सामान्य माना जा सकता है। हालांकि यह ब्लड शुगर लेवल हर किसी पर लागू नहीं होता। क्योंकि यह कुछ और चीजों पर भी निर्भर कर सकता है जैसे डायबिटीज को कितना समय हुआ है, कोई अन्य बीमारी तो नहीं है, उम्र के कारण, हृदय रोगी तो नहीं हैं।
​भोजन कैसे करता है ब्लड शुगर लेवल प्रभावित

ऐसा कहा जाता है कि बॉडी का अपना ही एक तरीका है जिसके जरिए वह शरीर के हर अंग तक पोषक तत्वों को पहुंचाती है। ऐसे में जब भी आप भोजन करते हैं तो शरीर उसे कुछ हिस्सों में अलग अलग कर लेता है जैसे-
  • कार्ब्स
  • प्रोटीन
  • फैट
  • विटामिन्स और मिनरल्स
​अपने दैनिक आहार में कार्ब्‍स पर नजर रखें

हम सभी जानते हैं कि यह सभी तत्व हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा जरूरी हैं। लेकिन कार्ब्स में कई प्रकार होते हैं, जो शुगर लेवल को प्रभावित करते हैं इनमें स्टार्च, शुगर, और फाइबर सबसे अहम होते हैं। ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का एक साधारण नियम है कि आप जब भी कार्ब्स खाएंगे तो यह शरीर में जाकर शुगर लेवल को बढ़ाएगा। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि बताए गए तीन तरह का कार्ब्स एक ही मात्रा में शुगर लेवल को बढ़ाने का कार्य करते हैं। फूड जो आपके शरीर में जाकर रक्त शर्करा को अलग अलग तरह से प्रभावित करते हैं, वह कुछ इस प्रकार हैं।
  1. स्टार्च या कॉम्प्लेक्स कार्ब्स –स्टार्च वाली सब्जियां, ड्राई बीन्स, और ग्रेन
  2. शुगर –फल, बेकरी आइटम, पेय पदार्थ और प्रोसेस्ड फूड जैसे अनाज या ग्रेनोला बार
  3. फाइबर –साबुत गेहूं के उत्पाद, छोले, दाल, जामुन, नाशपाती, और ब्रसेल्स स्प्राउट्स

​डायबिटीज में ग्लाइसेमिक इंडेक्स का अहम रोल

आपको बता दें कि ग्लाइसेमिक इंडेक्स आपकी यह जानने में मदद करता है कि कौन सी चीजें आपके भोजन में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकती हैं और घटा सकती हैं। ग्लाइसेमिक इंडेक्स के अंदर खाद्य सामग्रियों को 0 से लेकर 100 तक रेटिंग दी गई है। इसमें ऐसे भोजन को अधिक रेटिंग दी गई है जिन्हें पचाना, एब्सोर्ब करना आसान है। यह ब्लड शुगर लेवल में बड़ा बदलाव पैदा करते हैं। जबकि कम इंडेक्स वाले भोजन शरीर में बहुत थोड़ा सा ही रक्त शर्करा को प्रभावित करते हैं।

​क्या कहते हैं एक्सपर्ट

अमेरिकन डायबिटीज संस्थान के विशेषज्ञ लोगों को अपनी डाइट में पतले प्रोटीन स्रोत को शामिल करने की सलाह देते हैं जैसे मीट, चिकन, व्हाइट एग, और लो फैट उत्पाद आदि। वहीं हृदय को स्वस्थ रखने के लिए जैतून का तेल, नट्स, पीनट बटर आदि को डाइट में शामिल करने की राय देते हैं।

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