May 3, 2024

छत्तीसगढ़ में रद्द ट्रेनो को तत्काल बहाल कराने कांग्रेस ने डी.आर.एम. कार्यालय का किया घेराव

रायपुर. छत्तीसगढ़ में रद्द की गई ट्रेन एवं रेल्वे की सुविधाओ को बढ़ाने की मांग को लेकर कांग्रेस ने डीआरएम कार्यलय का घेराव किया एवं रेल मंत्री के नाम ज्ञापन सौप कर तत्काल ट्रेन शुरू करने की मांग की। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के अगुवाई में सैकड़ो कार्यकर्ता एवं रेल यात्री डीआरएम कार्यालय का घेराव करने पहुंचे और केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने रेल मंत्री के नाम सौपे गये ज्ञापन मे मांग की गई कि रेल्वे द्वारा छत्तीसगढ़ से संचालित और गुजरने वाली 23 ट्रेनो को 1 दिन की पूर्व सूचना पर बिना वैकल्पित व्यवस्था के अचानक 22 अप्रैल को तुगलकी आदेश जारी कर रद्द किए जाने से प्रदेश की जनता को परेशानी हो रही है। ऐसे समय जबकि आम आदमी को शादी ब्याह एवं गर्मियो की छुट्टियो मे अन्य कार्यक्रमो मे यात्रा करने की आवश्यकता रहती है। छात्रों की परीक्षायें चल रही है, बड़ी संख्या में सरकारी और निजी कर्मचारी नियमित यात्रा करते है। व्यवसायी और आमजन अपने गंतव्य तक पहुंचते है। ऐसे समय में अचानक 23 लोकल एवं एक्सप्रेस ट्रेनो को बंद किया जाना प्रदेश की जनता को परेशान करने वाला है। पिछले दो वर्ष कोरोना काल से राज्य से संचालित 353 ट्रेनो मे से 87 ट्रेनों को बंद किया गया है । उन्हे फिर से शुरू किया जाए। इसी तरह पूर्व 31 मार्च 2022 को छत्तीसगढ़ में चलने वाले 10 पैसेंजर ट्रेनों को अचानक बंद कर दिया जिसके संदर्भ में 5 अप्रेल 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ के प्रमुख सचिव ने केंद्र सरकार और रेलवे को पत्र लिखकर तत्काल शुरू करने की मांग की थी, जिसका जवाब अब तक अप्राप्त है। राज्य में एक्सप्रेस एवं यात्री ट्रेनो के अनेको स्टोपेज को बंद किया गया है। उसे फिर से शुरू किया जाए।
रेलवे प्लेटफार्म पर सभी लोकल एवं एक्सप्रेस ट्रेनों की टिकट मिलने के पूर्व की व्यवस्था फिर से शुरू किया जाए। लोकल ट्रेनो के मासिक पास को फिर से बनाया जाए। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 23 ट्रेनो को रद्द किया गया है। कृत्रिम कोयला संकट उत्पन्न कर बिजली एवं कोयला के दाम बढ़ाने की साजिश की जा रही है। जिस रुट में यात्री ट्रेन बन्द की गई है उस रूट में मालवाहक ट्रेन बेरोक टोक चल रही है। मोदी अपने चंद उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए आम जनता को परेशान कर रही है। छत्तीसगढ़ से हजारों करोड़ों कमाने वाली रेलवे और मोदी सरकार छत्तीसगढ़ के यात्रियों को किस बात की सजा दे रही है? मुनाफाखोरी के लिये आम जनता की तकलीफ को नजरअंदाज करना भाजपा और मोदी सरकार का चरित्र बन चुका है।

प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने केंद्र की भाजपा सरकार को चेतावनी दी और कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता को राहत देने के लिये तत्काल ट्रेनों का परिचालन शुरू करें। रद्द ट्रेनों को बहाल नही किया गया तो आने वाले दिनो में उग्र प्रदर्शन होंगे। इस ज्ञापन सौपने वालो में विधायक विकास उपाध्याय, कुलदीप जुनेजा, प्रमोद दुबे, सुशील आनंद शुक्ला, गिरीश दुबे, कन्हैया अग्रवाल, धनंजय ठाकुर, राधेश्याम विभार, सुंदर जोगी, कामरान अंसारी, राकेश धोतरे, बंशी कन्नौजे, प्रशांत ठेंगडी, अरूण जंघेल, दाउलाल साहू, देव कुमार साहू, संजय सोनी, दीपा बग्गा, सोमेन चटर्जी, शब्बीर खान, अविनय दुबे, बाकर अब्बास, दिनेश ठाकुर, माधव छुरा, कमल धृतलहरे, जीतु तांडी, कीमत दीप, मुरली साहू, शेख अब्दुल नदीम, मनोज दुबे, कमलेश नथवानी, लालू गोस्वामी, श्याम सिक्का, मुन्ना मिश्रा, विष्णु राजपूत, राजेश यदु, शनासा परवीन, संगीता दुबे, पप्पू ईरानी, अरूण सिंह आदि उपस्थित थे।

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