शहर का बच्चा-बच्चा जानता है नशा कहां बिक रहा है, सरकार और पुलिस को मालूम नहीं : अमर
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. शहर का बच्चा-बच्चा जानता है कि किस गली में, कौन नशे का सामान बेच रहा है, सरकार और पुलिस को मालूम नहीं है। सत्ता में चाहे कोई भी हो आम जनता की जानमाल की सुरक्षा करना सरकार की पहली प्राथमिकता होती है। न्यायधानी में चोरी-लूट,हिंसा बालात्कार ठगी के साथ साथ आये दिन चाकूबाजी की घटनाएं हो रही है। पुलिस अपने ही अधिकारियों की सुरक्षा करने में नाकाम साबित हो रही है। दो साल पहले जब उच्च न्यायालय ने पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर टिप्पणी की थी तो उस दौरान चुनाव होने का हिला-हवाला दे दिया गया था किंतु अभी तो कोई चुनाव ही नहीं है फिर क्यों आपराधिक घटनाएं हो रही है। उक्त बातें भाजपा नेता पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने अपने निवास में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कहीं।
श्री अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस की गुटबाजी, आपासी प्रतिस्पर्धा और राजनीतिक संरक्षण प्राप्त लोगों के द्वारा अपराध को अंजाम तक पहुंचाया जा रहा है। 90 प्रतिशत मामले नशे के कारोबार से जुड़े हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी इसके लिये नगर बंद और उग्र प्रदर्शन करेगी। शहर में तेजी से बढ़ रहे अपराध के ग्राफ को देखते हुए भाजपा द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया जाएगा और जरूरत पडऩे पर न्यायालय तक जाएंगे। भाजपा शासनकाल में पत्रकार की हुई हत्या के सवाल का जवाब देते हुए पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि दिवंगत पत्रकार के परिजन को सरकारी नौकरी दी गई थी, उच्च स्तरीय पुलिस जांच के बाद मामले को सीबीआई को सौंपा गया था। बाद में सीबीआई ने साक्ष्क के अभाव में जांच को बंद दिया। कांग्रेस की सरकार में आज तक किसी मामले में सीबीआई का सहारा नहीं लिया गया है। कांग्रेस पार्टी सीबीआई जांच के लिये शुरू से दूरी बनाये हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी जमीन माफिया और रेत माफियाओं को लेकर शुरू विरोध कर रही है। राज्य के मुख्यमंत्री विधानसभा में मामला उठने के बाद भी रेत की कालाबाजारी पर रोक नहीं लगा पा रही है। भाजपा शासन काल में चाकूबाजी की घटना नहीं हुई और न ही कोई माफिया पनप सका।
सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि नशे के कारोबार से जुड़े लोग अब पुलिस पार्टी पर हमला कर रहे है। अपने ही अधिकारियों की सुरक्षा पुलिस नहीं कर पा रही है। आम जनता में दहशत का माहौल व्याप्त हो चुका है। कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष सक्रिय है। इसके लिये नगर बंद कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया जाएगा और जरूरत पडऩे पर न्यायालय भी जाएंगे।