May 2, 2024

ईमानदारी से कर्तव्य का निर्वहन करना भी देशभक्ति है : कलेक्टर

File Photo

सागर. विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफ.एस.एल.) सागर में  दिनांक 20.02.2021को अभियोजन अधिकारियों की व्यवसायिक दक्षता को बढ़ाने एवं नवीन विधिक परिदृश्य के अनुरूप कार्य करने के संबंध में एक दिवसीय संभागीय कार्यशाला आयोजित की गयी, जिसमे छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह एवं सागर जिला एवं तहसील से अभियोजन अधिकारीगण सम्मिलित हुए। टीकमगढ़ जिले से सहायक जिला अभियोजन अधिकारी संदीप सरावगी, एन पी पटेल, बृजेश असाटी एवं कु. प्रेरणा योगी कार्यशाला में सम्मिलित हुए।

अभियोजन के मीडिया प्रभारी सौरभ डिम्हा ने बताया कि आज दिनांक को लोक अभियोजन संचालनालय संचालक/महानिदेशक विजय सिंह यादव (आई.पी.एस.), भोपाल के आदेश के पालन में विधि विज्ञान प्रयोगशाला(एफ.एस.एल.) सागर में एक दिवसीय संभागीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि कलेक्टर सागर दीपक सिंह (आई.ए.एस.) , उप-संचालक (अभियोजन) अनिल कटारे, विशिष्ट अतिथि अपर कलेक्टर सागर अखिलेश जैन , अति. पुलिस अधीक्षक (बीना) विक्रम सिंह परिहार, अतिरिक्त/प्रभारी जिला लोक अभियोजन अधिकारी शिवसंजय उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एडीपीओ पारस मित्तल  एवं डॉ पंकज पांडेय (वैज्ञानिक अधिकारी, एफ.एस.एल) द्वारा किया गया।

कार्यक्रम का  उदघाटन- कार्यक्रम का उद्घाटन  सागर कलेक्टर दीपक सिंह (आई.ए.एस.)  द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। एडीपीओ मनोज पटेल द्वारा कलेक्टर महोदय का स्वागत  पुष्पगुच्छ से किया गया तत्पश्चात कलेक्टर ने अपने भाषण में बताया किसी भी शासकीय पद पर होकर ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करना भी देश भक्ति है साथही न्याय में अभियोजन की भूमिका के बारे में बताया एवं  उप- संचालक (अभियोजन) अनिल कटारे के व्यक्तित्व एवं कार्यशैली की सराहना की। तत्पश्चात उप-संचालक (अभियोजन) अनिल कुमार कटारे द्वारा अपने उद्बोधन में व्यक्त किया गया कि इस एक दिवसीय  कार्यशाला में ज्ञान का इन्वेस्टमेंट किया जा रहा है जिसका उपयोग सभी प्रतिभागी अपनी व्यसायिक दक्षता को बढ़ाने में करेंगे।

व्याख्यान एवं परिचर्चा- कार्यक्रम  के प्रथम सत्र में डॉक्टर पंकज श्रीवास्तव (वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी प्रभारी डीएनए शाखा सागर) द्वारा डीएनए साक्ष्य के बारे में बताया गया। डॉ अरविंद बड़ौनिया (वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी प्रभारी भौतिकी शाखा एफएसएल सागर) द्वारा साइबर फॉरेंसिक के बारे में तथा डॉ राजीव दुआ (वैज्ञानिक अधिकारी रसायन शाखा एफएसएल सागर)  के द्वारा घटना स्थल साक्ष्य से संबंधित बताया गया। कार्यक्रम के अंतिम सत्र में  अंकित बोहरे द्वारा व्यसायिक दक्षता में व्यक्तित्व विकास  के संबंध में जानकारी दी एवं पारस मित्तल एडीपीओ सागर द्वारा नारकोटिक्स साक्ष्य से संबंधित व्याख्यान दिया साथ ही न्यायालय में आने वाली कठनाइयों पर चर्चा की और प्रतिभागियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दिये।

कार्यक्रम के समापन सत्र  में श्रीमती हर्षा सिंह (निदेशक एफ. एस. एल. सागर) एवं  उप-संचालक (अभियोजन) अनिल  कटारे द्वारा कार्यशाला में आये अभियोजन अधिकारीगण को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। कार्यशाला के उपरांत एडीपीओ अमित जैन ने आभार व्यक्त किया। अतरिक्त / प्रभारी जिला अभियोजन अधिकारी शिव संजय,  सागर ने बताया कार्यशाला का आयोजन अभियोजन अधिकारियों की दक्षता संबर्धन हेतु किया गया था जिसमे सागर संभाग के सभी जिलों के अभियोजन अधिकारियो के द्वारा भाग लिया गया। कार्यशाला  निश्चित ही सभी अधिकारियों की के लिए  उपयोगी होगी जिससे दोषसिद्धि का प्रतिशत बढेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post स्पर्श एक कोशिश संस्था द्वारा बच्चों को विभिन्न विषय पर जागरूक करने पुरस्कार वितरण किया गया
Next post हैदराबाद–रक्सौल-हैदराबाद स्पेशल ट्रेन के परिचालन में विस्तार
error: Content is protected !!