May 6, 2024

सैकड़ों लोगो को मिली नशे से निजात और जीवन जीने की नई दिशा

बिलासपुर पुलिस के निजात अभियान के जन- जागरूकता

नशे से दूर हो ऑटो पार्ट्स का व्यापारी वापस अपने चौपट व्यवसाय को संभाला, तो बचपन से नशे का आदी युवक सैलून से रोजी कमा रहा और एक अन्य युवक बर्फ गोले का ठेला लगा रहा

बिलासपुर. आईजी अजय यादव एवं एसपी संतोष सिंह के निर्देश पर बिलासपुर जिले में नशे के विरूद्ध निजात अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत जिले के राजपत्रित अधिकारियों के सुपरविजन में सभी थाना प्रभारियों द्वारा लगातार अपने अपने क्षेत्र में कड़ी कार्यवाही के साथ नशे विरुद्ध जन-जागरूकता एवं नशे के आदी लोगों का काउंसलिंग किया जा रहा है। नशे के आदी लोगो का सक्षम संस्था व अन्य एनजीओ, डॉक्टरो एवं सामाजिक कार्यकर्ता की उपस्थिति में लगातार काउंसलिंग तथा उनका स्वास्थ परीक्षण कराया जा कर नशे से निजात पाने के उपाए बताए जा रहे हैं। बिलासपुर पुलिस के निजात अभियान के प्रचार प्रसार एवं काउंसलिंग से प्रभावित होकर सैकडो लोग नशे की लत से मुक्त हुए। जिले में दिनांक अब तक 914 लोगो को काउंसलिंग दिया गया है जिसमें से सैकड़ो लोग नशा छोड चुके है तथा सैकड़ो लोग लाभान्वित हो नशा छोड़ने के समीप हैं और उनके जीवन को नई दिशा मिल रही है। पुलिस द्वारा इनके पुनर्वास में भी हर संभव मदद की जा रही है। ऐसे व्यक्ति दूसरे लोगों के लिए भी उदाहरण बन रहे हैं।

सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के संजय निर्मलकर द्वारा लगातार गांजा और शराब सेवन के कारण उसका काम धंधा चौपट हो गया था। थाने के काउंसलिंग और अन्य सहयोग से उसको नशे से निजात मिली, अब वो एक डेलीनीड दुकान पर काम कर रहा है।

थाना सिटी कोतवाली क्षेत्र में कबाड समान बीनने का काम करने वाले एक व्यक्ति जो कई वर्षो से शराब एवं नशीली दवाईयों का सेवन करते आ रहा था, जो थाना प्रभारी सिटी कोतवाली से संपर्क कर नशा छोडना चाहता हूं कि मंशा जाहिर की। उक्त मंशा से एसपी बिलासपुर को अवगत कराया गया जिनके निर्देश पर राजू केवंट उर्फ कांचा केवंट का डॉक्टर से स्वास्थ परीक्षण करवाया गया तथा लगातार विशेषज्ञ द्वारा निःशुल्क दवाईयां दिलवायी गई। वर्तमान में राजू उर्फ कांचा केवंट के नशा करने की आदत में अत्यधिक सुधार आया है। राजू उर्फ कांचा केवंट द्वारा भविष्य में पूरी तरह नशा छोडने की कसम ली गई है। तीसरी काउंसलिंग के बाद राजू उर्फ कांचा केवंट द्वारा एक व्यक्ति जो सुर्या होटल के पीछे करबला रोड के नाले में गिर गया था। जो अपने को न संभाल पता था, प्रशंसनीय कार्य करते हुए राजू उर्फ कांचा केवंट द्वारा 10 फीट गहरे एवं 15 फीट स्लेब से ढके नाला के अंदर घुस कर पानी के तेज बहाव से बिना डरे अपनी जान को जोखिम के डालकर बाहर निकाल कर लाया गया।

अजय साहु जो नशे में डूबा रहता था। उसको सिरगिट्टी थाना बुलाया गया, तो वो पहले तो डरा। लेकिन जब उसको पता चला कि नशे से उबरने में मदद के लिए बुलाया गया है, तो वो बहुत खुश हुआ। निजात अभियान के तहत डॉक्टर्स से मदद मिली। वो नशे से उबर रहा और एक छोटी दुकान भी खोल ली है।

कृष्ण जायसवाल कोनी क्षेत्र में मोटर पार्ट्स की 20 साल से सफलता से दुकान चलाते थे। बीच में नशे के आगोश में चले गए। निजात अभियान का दीवालों पर संदेश देखा और थाने से संपर्क हुआ। बार बार समझाइश का असर हुआ और स्वम को प्रेरित किया। जिसके कारण आज उनकी जिंदगी नशे से दूर हो पुनः पटरी पर लौटी है।

योगेश श्रीवास जो रतनपुर क्षेत्र का है, छोटी उम्र में शराब और गांजा का सेवन करने लगा था। थाने से कई बार उसकी काउंसलिंग कराई गई। आज वो नशे को छोड़ सैलून में काम कर रहे है और रोजी रोटी कमा रहे है। मेरे घर वाले भी खुश है और बिलासपुर पुलिस को धन्यवाद देते नहीं थक रहे हैं।

तालापारा निवासी एक व्यक्ति जो कई वर्षो से नशे का आदि था उसके परिवार वाले उसके नशे करने की आदत से परेशान थे। जिसे सामाजिक कार्यकर्ता एवं डांक्टरो से 4-5 बार काउंसलिंग कराया गया, वर्तमान में वह व्यक्ति नशे को अलविदा कर चुका है और लगातार दावा ले रहा है। आज वो तालापारा में चाय की गुमटी लगाकर अपना जीवन व्यापन कर रहा हैै।

मिनीबस्ती निवासी एक नाबालिग लडका जो पढाई में बहुत अच्छा था जो नशेडी दोस्तो की संगत में नशा करना सीख गया था। उसके मां-बाप द्वारा थाना प्रभारी सिविल लाईन से संपर्क किया गया। थाना सिविल लाईन पुलिस द्वारा उक्त नाबालिग बच्चे को सामाजिक कार्यकर्ता एवं डॉक्टर से काउंसलिंग कराकर स्वास्थ परीक्षण करवाया गया तथा निःशुल्क दवाईयां दिलवायी गई। वर्तमान में उक्त नाबालिग नशे को पूरी तरह अलबिदा कहकर अपनी पढाई की ओर ध्यान देने लगा है।

एक व्यक्ति जो कई वर्षो से नशे का आदि था, उसके नशे करने की आदत से उसकी पत्नि एवं बच्चे उसे छोडकर चले गए थे। काउंसलिंग पश्चात उसे निःशुल्क दवा दिलाई गई। लगातार काउंसलिंग होने पर वह आज पूरी तरह से नशा छोड दिया है नशा छोडने की जानकारी होने पर उसकी पत्नी एवं बच्चे उसके पास वापस आ गए है।

बिलासपुर पुलिस द्वारा शहर के 9 थाना में हर रविवार को विभिन्न संस्थाओ के सहयोग से कांउसलिंग कराया जा रहा है। कई लोगों के नाम उनके सहमति से दिया जा रहा है और अन्य के नाम गोपनीयता का सम्मान करने के लिए उल्लेख नही किया गया है।

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