बाइडेन के साथ मीटिंग में निकली जिनपिंग की हेकड़ी, जानें इन दोनों के बीच क्या हुई बात
वॉशिंगटन. अमेरिका और चीन (America-China) में चल रहे तनाव के बीच दोनों देशों के प्रमुखों ने सोमवार को वर्चुअल मीटिंग की. इस दौरान, विभिन्न मुद्दों पर बातचीत हुई. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने जहां कहा कि यूएस-चीन संघर्ष रोकने के लिए कदम उठाने की जरूरत है. वहीं, चाइनीज प्रेसिडेंट शी जिनपिंग ने दोनों देशों के बीच संचार मजबूत करने पर जोर दिया. बता दें कि अमेरिका और चीन के बीच ताइवान सहित कई मुद्दों पर तनाव चल रहा है. खासतौर पर ताइवान को लेकर दोनों अक्सर आमने-सामने आते रहे हैं. लिहाजा, इस मीटिंग को महत्वपूर्ण माना जा रहा था.
जनवरी में हुई थी फोन पर बात
इस वर्चुअल मीटिंग (Virtual Meeting) में दोनों देश आपसी संघर्ष कम करने पर जोर देते नजर आये. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि हमें संघर्ष से बचने की कोशिश करनी चाहिए. मीटिंग की शुरुआत में उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं के बीच स्पष्ट और खुली चर्चा होगी. गौरतलब है कि जनवरी में दोनों लीडर्स के बीच फोन पर बातचीत हुई थी. दरअसल, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कोरोना महामारी का हवाला देते हुए देश छोड़ने से इनकार कर दिया था. ऐसे में ऑनलाइन वीडियो मीटिंग के अलावा कोई विकल्प नहीं था.
Jinping ने Biden को बताया दोस्त
मीटिंग में (Xi Jinping) जिनपिंग ने कहा कि चीन और अमेरिका को संचार, सहयोग मजबूत करते हुए मिलकर चुनौतियों का सामना करना चाहिए. उन्होंने इशारों-इशारों में ताइवान के मुद्दे पर यूएस को दखलंदाजी से बचने की सलाह देते हुए कहा कि हमें ताइवान और अन्य फ़्लैशपॉइंट मुद्दों पर चल रहे तनाव के बीच कम्युनिकेशन पर जोर देना चाहिए और मिलकर समस्याओं को हल करना चाहिए. मीटिंग के दौरान जिनपिंग ने बाइडेन को अपना दोस्त करार देते हुए कहा कि वो अमेरिका के साथ काम करने को तैयार हैं.
‘वैश्विक शांति के लिए काम करना चाहिए’
आमतौर पर आक्रामक कार्यशैली अपनाने वाले शी जिनपिंग इस मीटिंग के दौरान शांत नजर आये और संघर्ष के बजाए शांति की बात करते रहे. उन्होंने आगे कहा, ‘चीन अब अमेरिका के साथ व्यापक चर्चा के लिए तत्पर है. दोनों देशों को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए, मैं राष्ट्रपति बाइडेन के साथ खड़ा हूं’. जिनपिंग ने यह भी कहा कि हमें वैश्विक शांति के लिए काम करना चाहिए. अमेरिका और चीन के बीच एक मजबूत संबंध स्थापित होने की जरूरत है.