May 2, 2024

वकील अंसारी की अपहरण के बाद हत्या, पति – पत्नी समेत तीन आरोपी गिरफ्तार

बिलासपुर. पुलिस ने आसमां सिटी निवासी वकील अंसारी की अपहरण और हत्या का खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने पति पत्नी और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पति पत्नी मृतक को ब्लैकमेल कर पैसा कमाने की योजना बनाई थी। योजना फेल होने पर उसकी हत्या कर दी। इस मामले पुलिस लगभग दो महीने से आरोपियों की तलाश कर रही थी। मामले का खुलासा करते हुए SSP पारुल माथुर ने बताया कि वकील अंसारी की पत्नी अकबरी खातून ने 5 नवंबर को थाने में शिकायत करते हुए बताया कि उनके पति 3 नवंबर को अंबिकापुर जाने के लिए निकले थे लेकिन अभी वापस नहीं लौटे है। शिकायत के आधार सकरी पुलिस ने विवेचना शुरू किया तो पता चला कि मृतक वकील अंसारी ने अंबिकापुर में रहने वाले दोस्त आर एस बगड़िया को फोन पर बताया था कि उसको कुछ लोग उठा लिए है और पैसे की मांग कर रहे है। उसके बाद से उनका मोबाइल नहीं लग रहा है। इस सूचना के आधार पर पुलिस में मृतक का मोबाइल लोकेशन निकलकर तलाश शुरू की। इस बीच पुलिस को अलग अलग ATM और फोन पे से रुपए निकालने की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस संदेहियों की तलाश में जुट गई। इसी बीच संदेहियों के भिलाई में होने की जानकारी मिली लिहाजा पुलिस की एक टीम वहां पहुंचकर संदेही हिरासत में लिया गया। उससे पूछताछ करने पर हेमंत साहू ने वकील अंसारी की हत्या करना स्वीकार कर लिया। आरोपी की निशानदेही पर आरोपी की पत्नी संतोषा उर्फ पूजा वर्मा और एक अन्य सहयोगी गणेश यादव को भी गिरफ्तार किया गया है। तीनों भिलाई (दुर्ग) के रहने रहने वाले है। पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि हेमंत साहू जुआ सट्टा का काम करता है, वह कर्ज में डूब गया है। कर्ज से छुटकारा पाने के लिए पति पत्नी काम की तलास में बिलासपुर आए थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात वकील अंसारी से हुई। उसने अपने पेट्रोल पंप में काम दिलाने की बात कहकर ले आए। इसी दौरान पति पत्नी ने मृतक को ब्लैकमेल करके पैसा कमाने की योजना बनाई। इसी योजना के तहत वकील अंसारी हेमंत साहू की पत्नी पूजा को अपनी गाड़ी से अंबिकापुर ले गया और गणेश यादव के साथ हेमंत उनका पीछा करते हुए अंबिकापुर गए। लेकिन गाड़ी की गति धीमी होने के कारण बीच रास्ते में योजना पर काम नही कर पाए। इस बीच वकील अंसारी और पूजा अंबिकापुर के होटल में रुके और शाम को वहां से लौट आए। हेमंत और गणेश भी उनका पीछा करते हुए बिलासपुर लौटने लगे। इसी बीच वकील अंसारी ने सेंदरी-मोपका बाईपास रोड में कोनी के पर अपनी गाड़ी रोक ली। तभी हेमंत और गणेश भी वहां पहुंच गए और पत्नी पूजा के साथ संदिग्ध स्तिथि में देखने अवैध संबंध बनाने का आरोप लगाकर विवाद करने लगे और पैसे की मांग करने लगे। इस दौरान तीनों के बीच हाथापाई हुई तब आरोपियों ने पेपर कटर से वकील अंसारी पर हमला कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या करने के बाद आरोपियों ने वकील अंसारी को बलौदाबाज होते हुए केशकाल ले गए और वहां घाटी में लाश फेंक दी। इसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए अलग अलग ATM और फोन पे से रुपए निकलते रहे। पारूल माथुर ने बताया कि वकील अंसारी की हत्या का जुर्म कबूल किए जाने के बाद कोंडागांव जिला पुलिस से सम्पर्क किया गया। पुलिस ने बताया कि 11 दिसम्बर 2022 को क्षत विक्षत अज्ञात पुरूष शव को घाटी से बरामद कर मर्ग कायम किया गया है। कोंडागांव पुलिस ने शव के फोटों को बिलासपुर पुलिस को भेजा। फोटो को वकील अंसारी की पत्नी को दिखाया गया। कलाई में बंधी घड़ीके आधार पर अकबरी ने शव को वकील अंसारी का होना बताया। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पीएम रिपोर्ट में वकील अंसारी की हत्या किए जाने की जानकारी के बाद तीनों आरोपियों को आईपीसी की धारा 365,302, 201 के तहत गिरफ्तार करने पुलिस रिमांड में रखा गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस का ओबेदुल्ला गंज स्टेशन में प्रायोगिक ठहराव 16 से
Next post जिस कानून का रमन विरोध कर रहे मुख्यमंत्री रहते 9 बार लागू किया था
error: Content is protected !!