May 2, 2024

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक एवं भारतीय जनता पार्टी 40 बंद ट्रेनों को चालू कराने को लेकर जेल भरो आंदोलन करती तो जनता भी साथ देती : कांग्रेस

बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बिलासपुर में भारतीय जनता पार्टी की बैठक लेकर 16 मई को जेल भरो आंदोलन की बात कही, उस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस के नेता पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, महापौर रामशरण यादव, सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रमोद नायक, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान, बिल्हा छाया विधायक राजेन्द्र शुक्ला, प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय ने संयुक्त रूप से कहा कि नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक एवं भाजपा यदि बिलासपुर जोन की बंद 40 ट्रेनों को पुनः चालू कराने, रेलवे जोन बिलासपुर सहित पूरे देश के 650 छोटे स्टेशनों पर बंद किये गये स्टॉपेजों को पुनः चालू कराने एवं बिलासपुर के बिलासा दाई केंवटिन हवाई अड्डे से महानगरों तक हवाई सेवा एवं 4सी लाईसेंस के लिए जेल भरो आंदोलन करती, तो बिलासपुर की जनता भी साथ देती। कांग्रेस नेताओं ने आगे कहा कि मुद्दा विहिन नेतृत्व विहिन प्रदेश भाजपा भूपेश बघेल सरकार ने विवश कर दिया कि वे घर बैठे। हाई कमान का हंटर पड़ने के बाद प्रदेश के भाजपा के नेता एक ऐसे मुद्दे पर आंदोलन कर रहे हैं, जो 15 साल के सरकार में भी लागू था, धरना प्रदर्शन और आंदोलन के लिए 15 साल की रमन सरकार में भी सूचना देने एवं अनुमति लेने नियम था और वर्तमान भूपेश बघेल सरकार ने भी आवेदन की जगह फार्म भरने का नियम बना दिया है। कवर्धा दंगा करने वाले लोग फार्म भरने से आखिर क्यों कतरा रहे हैं? कांग्रेस नेताओ ने कहा कि रायपुर में डी.पुरंदेश्वरी प्रभारी छत्तीसगढ़ एवं बिलासपुर में सह-प्रभारी नवीन प्रसाद ने सार्वजनिक रूप से यह घोषणा कर दी कि भाजपा प्रदेश में अगला चुनाव मोदी एवं कमल छाप पर लड़ेगी, इससे यह स्पष्ट हो गया कि प्रदेश में जनता के सामने पेश करने लायक रमन सिंह, धरमलाल कौशिक, विष्णु देव साय का चेहरा नहीं है। अपने आपको अपमानित महसुस करते हुए इन चेहरों ने जेल भरो आंदोलन की घोषणा कर खींज मिटाने का काम किया है। भाजपा 15 सालों में जनता से दूर हो गई थी, अब इन 3 सालों में जनता के मुद्दों से दूर हो गई है। धरमलाल कौशिक यह भूल गये हैं, इसी बिलासपुर में रमन सिंह सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस भवन के अंदर घूस कर लाठी चार्ज किया था, तब धरमलाल कौशिक को लोकतंत्र की याद नहीं आई थी।

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