Tiranga Bike Rally में शामिल हुए सांसद ने कर दी गलती, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ठोका 41 हजार रुपये का चालान
लालकिले से निकली तिरंगा बाइक रैली में बाइक चलाना बीजेपी सांसद मनोज तिवारी (MP Manoj Tiwari) को भारी पड़ गया. वे बिना हेलमेट पहने बाइक चला रहे थे. किसी ने इस घटना का वीडियो बनाकर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस (Delhi Traffic Police) को शिकायत कर दी. कंप्लेंट मिलने के बाद ट्रैफिक पुलिस ने मामले की छानबीन की तो घटना सही पाई गई. इसके बाद ट्रैफिक पुलिस ने सांसद मनोज तिवारी पर 41 हजार रुपये का चालान ठोक दिया.
भुगतना पड़ गया 41 हजार रुपये का चालान
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस मुताबिक तिरंगा बाइक रैली (Tiranga Bike Rally) में शामिल हुए सांसद मनोज तिवारी (MP Manoj Tiwari) जिस मोटरसाइकल को चला रहे थे. उस वक्त उन्होंने हेलमेट नहीं पहना था. उस बाइक पर न तो पॉल्युशन सर्टिफिकेट बना था और न ही उस पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगी थी. घटना के वक्त मनोज तिवारी के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था. इन सब खामियों के आधार पर ट्रैफिक पुलिस (Delhi Traffic Police) ने सांसद का 21 हजार रुपये चालान काट दिया. साथ ही बाइक के मूल मालिक पर भी 20 हजार रुपये का चालान ठोककर उसे मनोज तिवारी को दे दिया. इस प्रकार तिरंगा रैली में शामिल होने पर सांसद को कुल 41 हजार रुपये का चालान भुगतना पड़ गया.
बुधवार को निकाली गई थी थी तिरंगा बाइक रैली
बताते चलें कि देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर मोदी सरकार ने पिछले साल से ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ शुरू किया था. इसके तहत इस बार 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच हर घर पर ‘तिरंगा’ फहराया जाना है. इस बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए सांसदों ने बुधवार को दिल्ली में तिरंगा बाइक रैली (Tiranga Bike Rally) निकाली. इस रैली को उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस रैली में कई मंत्रियों, सांसदों और विधायकों ने भाग लिया. इस रैली में एक बुलेट पर सांसद मनोज तिवारी (MP Manoj Tiwari) भी शामिल हुए थे.
बिना हेलमेट पहने की थी बुलेट की सवारी
रैली के बाद उन्होंने ट्विटर पर फोटो और वीडियो डालकर इस बारे में फैंस को बताया. उसमें बिना हेलमेट बुलेट चलाते देख कई लोगों ने उन्हें ट्रोल कर दिया और दिल्ली ट्रैफिक पुलिस से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. उन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए जब ट्रैफिक पुलिस (Delhi Traffic Police) ने बुलेट की जांच की तो पता चला कि उस पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं है. उसका पॉल्युशन सर्टिफिकेट भी रिन्युअल नहीं हुआ है. यहां तक घटना के वक्त मनोज तिवारी के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था.
ट्रैफिक पुलिस में जाकर जमा किया चालान
ट्रोल होने के बाद सांसद मनोज तिवारी ने अपनी भूल के लिए ट्विटर पर ही माफी मांगी और कहा कि वे दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के ऑफिस में जाकर चालान भरेंगे. इसके बाद वे ट्रैफिक पुलिस के ऑफिस पहुंचे, जहां उन्होंने 41 हजार रुपये का चालान जमा किया. मनोज तिवारी ने अपने फैंस से अपील की है कि वे इस तरह की गलती कभी न दोहराएं और हमेशा हेलमेट पहनकर ही बाइक चलाएं.