May 1, 2024

भारत के स्टैंड पर जॉनसन ने दोनों देशों के संबंध पर कही ये बात

भारत दौरे पर आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को कहा कि भारत, यूक्रेन में शांति पर जोर दे रहा है और चाहता है कि वहां से रूस बाहर निकल जाए. ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने अपने समकक्ष नरेंद्र मोदी से विस्तृत चर्चा के बाद मीडिया से यह बात कही.

‘रूस पर भारत की स्थिति साफ’

विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने बताया कि यूक्रेन के मुद्दे पर यूके के पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा कि रूस पर ऐतिहासिक रूप से भारत की स्थिति सर्वविदित है और वे इसे बदलने वाले नहीं हैं. जॉनसन ने कहा कि यूक्रेन के बूचा में जो हुआ, उसके खिलाफ मोदी की प्रतिक्रिया काफी मजबूती से सामने आई और हर कोई रूस के साथ भारत के दशकों पुराने ऐतिहासिक संबंधों का सम्मान करता है.

अगले हफ्ते कीव में खुल जाएगा ब्रिटिश दूतावास

ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन से पूछा गया था कि क्या रूस के यूक्रेन पर हमले को बंद करने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मास्को पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने के लिये कहा. जॉनसन ने यह भी घोषणा की कि यूक्रेन की राजधानी कीव में ब्रिटिश दूतावास अगले सप्ताह फिर खुल जायेगा. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और उसके सहयोगी यूक्रेन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के प्रहार पर मूददर्शक नहीं बने रहेंगे.

भारत चाहता है यूक्रेन में शांति

उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि मोदी ने कई बार हस्तक्षेप किया और रूसी राष्ट्रपति पुतिन से कहा कि वह क्या सोचते हैं कि वह इस धरती पर क्या कर रहे हैं और यह किस ओर जायेगा. उन्होंने कहा, ‘ भारतीय, यूक्रेन में शांति चाहते हैं और चाहते हैं कि रूसी वहां से बाहर निकले और मैं इससे पूरी तरह से सहमत हूं.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और रूस के संबंधों के बारे में सभी को पता है और वे इसे नहीं बदलेंगे.

‘भारत और ब्रिटेन ने सभी देशों की संप्रभुता का किया सम्मान’

इससे पहले, जॉनसन से वार्ता के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन ने सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान के महत्त्व को भी दोहराया है. पीएम मोदी ने कहा, ‘हमने यूक्रेन में तुरंत युद्धविराम और समस्या के समाधान के लिए वार्ता और कूटनीति पर बल दिया. हमने सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान की महत्ता को भी दोहराया है.’

यूक्रेन संकट को लेकर व्यक्त की चिंता

वहीं, बातचीत के बाद जारी संयुक्त बयान में यूक्रेन संकट को लेकर कहा गया है कि दोनों नेताओं ने वहां जारी संघर्ष एवं मानवीय स्थिति को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की. इसमें कहा गया है कि वे नागरिकों की मौत की एक स्वर में निंदा करते हैं और तत्काल युद्ध बंद करने एवं संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की जरूरत पर जोर देते हैं जिसका पूरी दुनिया, खास तौर पर विकासशील देशों पर गहरा प्रभाव पड़ रहा. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत समसामयिक व्यवस्था पर जोर दिया तथा देशों की सम्प्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की बात कही.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post जहांगीरपुरी के बाद पूरी दिल्ली में होगा बुलडोज़र एक्शन
Next post टीचर की लापरवाही से स्कूल को भरना पड़ा 20 लाख रूपए का पानी बिल
error: Content is protected !!