जलवायु शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे राष्ट्रपति पुतिन, बयान जारी कर कही ये बात
मॉस्को. रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) स्कॉटलैंड के ग्लासगो में COP-26 जलवायु शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे. रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन ने बुधवार को बयान जारी कर इसकी जानकारी दी. हालांकि इसमें शामिल नहीं होने के फैसले का कोई कारण नहीं बताया गया, लेकिन क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि जलवायु परिवर्तन रूस के लिए एक ‘महत्वपूर्ण’ प्राथमिकता है.
31 अक्टूबर को शुरू होगा सम्मेलन
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, ‘दुर्भाग्य से, पुतिन ग्लासगो के लिए उड़ान नहीं भरेंगे. जलवायु परिवर्तन हमारी विदेश नीति की सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में से एक है.’ बताते चलें कि सीओपी-26 स्कॉटलैंड के सबसे बड़े शहर में 31 अक्टूबर से 12 नवंबर तक आयोजित होगा. रूस के इस फैसले को बढ़ते ग्लोबल टेंपरेचर को रोकने के लिए नेताओं को एक नए सौदे पर बातचीत करने के प्रयासों को लेकर एक झटके के रूप में देखा जा रहा है.
‘मैं निश्चित रूप से इसमें भाग लूंगा’
पुतिन ने आधिकारिक घोषणा पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन 13 अक्टूबर को मास्को में एक अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा मंच पर बोलते हुए, रूसी नेता ने यात्रा करने के अपने निर्णय में एक कारक के रूप में कोरोना वायरस महामारी का हवाला दिया था. उन्होंने कहा, ‘मुझे अभी तक यकीन नहीं है कि मैं व्यक्तिगत रूप से (सीओपी26 में) भाग लूंगा, लेकिन मैं निश्चित रूप से इसमें भाग लूंगा.’ चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Zinping) के भी शामिल होने की संभावना नहीं है. हालांकि चीनी अधिकारियों ने कथित तौर पर योजनाओं में बदलाव से पूरी तरह इनकार नहीं किया है.
ऑस्ट्रेलियाई PM की हुई थी आलोचना
इससे पहले अक्टूबर में, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन (Scott Morrison) के इसमें शामिल नहीं होने का संकेत देने के बाद उनकी व्यापक आलोचना की गई थी. हालांकि शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बारे में उन्होंने बाद में घोषणा की कि वह सम्मेलन में जरूर भाग लेंगे. 2015 में पेरिस में ऐतिहासिक वार्ता के बाद से सीओपी26 सबसे बड़ा जलवायु परिवर्तन सम्मेलन है. करीब 200 देशों से 2030 तक उत्सर्जन में कटौती करने की उनकी योजना के लिए कहा जा रहा है.