May 12, 2024

बिलकीस बानो केस में रिहा किए गए आरोपियों के खिलाफ निकाली गई जनआक्रोश रैली

बिलासपुर/अनिश गंधर्व. बिलकीस बानो केस में जिस तरह से 11 आरोपियों को गुजरात सरकार ने माफी नीति के तहत रिहा कर दिया उनकी रिहाई ने देश भर में ज़बरदस्त बहस छिड़ गई। इसी कड़ी में शक्रवार को हम भारत के लोग साझा मोर्चा द्वारा शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए रिहा किये गए 11 आरोपियों के खिलाफ तमाम संगठनों ने जनआक्रोश रैली निकाल कर राष्ट्रपति के नाम कलेक्टोरेट मुख्य मार्ग में एसडीएम तुलाराम भारद्वाज को ज्ञापन सौंपा।
https://youtu.be/ct2wRNXk2PY
इस दौरान बड़ी संख्या में आम लोगों ने भी इस प्रतिरोध में शामिल होकर दोषियों के खिलाफ फिर से सजा का प्रावधान शुरू करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों कहना है कि जिस तरह से दुष्कर्म जैसे घिनौने मामले में आरोपी बनाए गए लोगों को जेल से रिहा होने के बाद माला पहनाकर मिठाई खिलाकर प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और घिनौना कृत्य है। वहीं पिछले कुछ सालों में देखा जाए तो इस तरह का चलन बन गया है कि दुष्कर्म जैसे मामलों में जेल से रिहा हुए आरोपियों का जोरदार स्वागत किया जा रहा है जो गलत है। इन घटनाओं से महिला अपराध में वृद्धि होगी। ऐसी घटनाएं पूरे देश को शर्मसार करने वाली है।
रैली में शामिल लोगों ने कहा कि हम सभी इन घटनाओं से बहुत व्यथित एवं आक्रोशित है, हमें सरकार के इस गेर लोकतांत्रित रवेये हमारे देश की संवैधानिक कानून व्यववस्था खतरे मेें पड़ती नजर आ रही है। इसलिए हम मांग करते हैं कि रिहा किए गए सभी अपराधियों को तत्काल प्रभाव से जेल में डालने का आदेश दिया जाये और सजा माफी करने वाली गरैसंवैधानिक मंडली की जांच करते हुए दोषियों को सजा दिलाने जाने की व्यवस्था की जाये। जांजगीर चांपा जिले में भी खरौद की बेबी सारथी के साथ बालात्कार के बाद उसकी निर्मम हत्या की निष्पक्ष जांच की जाये। ऊंची पहुंच वाले लोगों का हाथ होना बताया जा रहा है इसलिये इस मामले की सीबीआई जांच करवाई जाये।

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