May 6, 2024

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जिले में गणतंत्र दिवस गरिमामय वातावरण में मनाया जाएगा
कलेक्टर ने समारोह आयोजन के लिए अधिकारियों को सौंपे दायित्व
गणतंत्र दिवस समारोह हेतु बैठक आयोजित : जिले में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 26 जनवरी गणतंत्र दिवस समारोह उमंग और हर्षाेल्लास से गरिमामय वातावरण में मनाया जाएगा। कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने जिला मुख्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह आयेाजन के लिए बैठक लेकर इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए मनाया जाएगा। मंथन सभा कक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने गणतंत्र दिवस समारोह आयोजन के लिए विभिन्न विभागों को दायित्व सौपें। मुख्य समारोह प्रातः 9 बजे से आयोजित होगा। जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ध्वजारोहण करेगें। पुलिस एवं नगर सैनिक की टूकड़ियों द्वारा ध्वज को सलामी दी जाएगी। मुख्य अतिथि द्वारा जनता के नाम संदेश का वाचन किया जायेगा। सम्पूर्ण समारोह के मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी अतिरिक्त कलेक्टर श्रीमती जयश्री जैन को दी गई है। जिला मुख्यालय में आयोजित समारोह के लिए पुलिस ग्राउण्ड की बैरिकेटिंग एवं मैदान व्यवस्था की जिम्मेदारी के लिए पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिया गया है। वन विभाग को बांस बल्ली उपलब्ध कराने, नगर निगम को वाटर प्रूफ पंडाल की व्यवस्था एवं कुर्सियों की व्यवस्था सोशल डिस्टेेसिंग के साथ करने के निर्देश दिये। सीएमएचओ को प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था करने कहा। पी.डब्लू.डी. विभाग को माईक व्यवस्था, स्वास्थ्य विभाग को चिकित्सा व्यवस्था, पशु पालन विभाग को कबूतर एवं गुब्बारे की व्यवस्था हेतु निर्देश किया गया। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरीस एस, अतिरिक्त कलेक्टर श्रीमती जयश्री जैन, एसडीएम पुलक भट्टाचार्य, सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

अनिवार्य सेवाओं में लागू नहीं होगी वर्क फ्रॉम होम पद्धति : कोविड-19 के तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के नियंत्रण हेतु शासकीय कार्यालयों, निजी संस्थाओं एवं सार्वजनिक प्रतिष्ठान एवं केन्द्र शासित कार्यालय जैसे-बैंक, डाकघर, बीमा कंपनी इत्यादि में आवश्यकतानुसार वर्क फ्रॉम होम पद्धति से कार्य कराए जाने के निर्देश सामान्य प्रशासन विभाग छ.ग. द्वारा जारी किए गए है। जारी निर्देश के तहत चिकित्सा सेवायें, वाटर सप्लाई, स्वच्छता, बिजली आपूर्ति, अग्निशमन सेवायें, कानून व्यवस्था एवं अन्य अति आवश्यक सेवायें निरंतर बनी रहेगी तथा उक्त सेवाओं मंे वर्क फ्रॉम होम पद्धति लागू नहीं होगी।

जिले में विगत चार वर्षाें में 65 औद्योगिक ईकाईयां स्थापित :  बिलासपुर जिला औद्योगिक विकास के क्षेत्र में उत्तरोतर प्रगति पर है। विगत चार वर्षाें में 65 औद्योगिक ईकाईयां स्थापित की गई। जिसमें 10497.39 लाख रूपए से अधिक का पूंजी निवेश किया गया तथा 600 से अधिक लोगों को रोजगार भी मिला।  छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति वर्ष 2019-24 में गढ़बों नवा छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को पूरा करने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सभी विकासखंडों को औद्योगिक विकास एवं पिछड़ेपन की दृष्टि से विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है। उद्योग स्थापना करने के लिए तीन श्रेणियों में ब्याज अनुदान देने का प्रावधान किया गया। प्रदेश सरकार द्वारा उद्योग नीति में पहली बार सेवा क्षेत्र को भी शामिल किया गया। उल्लेखनीय है विगत चार वर्षाें में जिले में सूक्ष्म श्रेणी के 27, लघु श्रेणी के 37 और मध्यम श्रेणी का एक उद्योग स्थापित हुआ है। वर्ष 2018-19 में विभिन्न श्रेणियों के 13 उद्योग स्थापित किये गये थे। जिसमें 6766.07 लाख रूपए का पूंजी निवेश किया गया। इसी तरह वर्ष 2019-20 में 26 नई औद्योगिक ईकाईयां स्थापित की गई। जिसमें 4291.13 लाख रूपए का स्थायी पूंजी निवेश हुआ। वर्ष 2020-21 में 19 नई औद्योगिक ईकाईयों में 1926.81 लाख रूपए का पंूजी निवेश किया गया। वर्ष 2021 से अब तक 7 उद्योग जिले में स्थापित हो चुके है। जिसमें 1113.38 लाख रूपए का पंूजी निवेश किया गया है।

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