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जन समस्याओं का शिविर के माध्यम से हो रहा समाधान : जिले में विभागीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार तथा समस्याओं के निदान एवं सेवाए प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर के माध्यम से पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और पंचायत सचिव अपने-अपने क्षेत्रों में ग्रामीण अंचलों में व्याप्त समस्याओं को चिन्हांकित कर शिविर के माध्यम से उनका समाधान कर रहे हैं। शिविर के माध्यम से पानी, बिजली, आवास, राशन कार्ड, बंटवारा, नामांतरण आदि समस्याओं का भी समाधान किया जा रहा है। जिले के बिल्हा तहसील के ग्राम पंचायत सेंदरी में बुजुर्ग बाबूलाल के बंटवारे से संबंधित समस्या का निदान समाधान शिविर में किया गया। सेंदरी के पटवारी ने आवेदन लेकर तत्काल तहसील स्तर पर इसका निराकरण कर करने का आश्वासन बाबूलाल को दिया। इसी प्रकार विधवा राजिन बाई अपनी समस्या को लेकर शिविर में पहुँची। राजिन ने बताया कि उसके पति की मृत्यु हो गई है और उसे फौती में अपना नाम दर्ज करवाना है। मौके पर मौजूद पटवारी ने तत्काल आवेदन पर विचार करते हुए निराकरण करने की कार्यवाही की। शिविर में कौशल्या बाई ने नेशनल हाईवे निर्माण में जमीन मुआवजे के संबंध में आवेदन किया और शिविर के माध्यम से कार्यवाही करते हुए 15 दिवस के भीतर मुआवजा दिलाने का आश्वासन पटवारी के द्वारा दिया गया। बिल्हा तहसील की ग्राम लोफन्दी में भी शिविर के माध्यम से आमजन की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। ग्राम लोफंदी तीजराम ने ऋण पुस्तिका के द्वितीय प्रति के लिए आवेदन किया मौके पर मौजूद पटवारी ने समस्या पर विचार करते हुए तत्काल जरूरी दस्तावेज प्रस्तुत करने की सलाह दी ताकि निराकरण की कार्यवाही की जा सके। इसी प्रकार लोफंदी के सुरेंद्र श्रीवास्तव ने रिकॉर्ड अद्यतन करने के लिए आवेदन दिया। पटवारी आकांक्षा मिश्रा ने बताया कि आवेदन में नामांतरण के संबंध में रिकॉर्ड को अद्यतन करने के लिए आवेदन आया था। पटवारी ने तत्काल आवेदन पर विचार करते हुए निराकरण की कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।ग्राम सेंदरी में शिविर में कुल 07 आवेदन आये जिसमे 03 ऋण पुस्तिका से संबंधित थे तथा शेष बँटवारे, नामांतरण तथा रिकार्ड दुरुस्तीकरण से जुड़े थे। इन आवेदनों में एक आवेदन का तत्काल निराकरण किया गया। इसी प्रकार ग्राम लोफन्दी में शिविर में कुल 05 से अधिक आवेदन आये जिनके तत्काल निराकरण की कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप आम जनता को उनके अपने घर के पास ही समस्याओं के समाधान के लिए, जिला प्रशासन के द्वारा यह शिविर आयोजित किया जा रहा है शिविर के माध्यम से नागरिक केंद्रित समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है।
ग्रामीणों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए आज 54 पंचायतों में लगेंगे शिविर : ग्रामीणों को शासन की सेवाओं एवं योजनाओं से लाभान्वित करने और मौके पर ही शिकायतों के यथासंभव निपटारें के लिए ग्राम पंचायत स्तरीय शिविरों का आयोजन जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। कल 08 अप्रैल को जिले के 54 ग्राम पंचायतों में शिविर लगेंगे। इन शिविरों का सिलसिला 18 अप्रैल तक चलेगा।
ग्राम पंचायत मुख्यालय के पंचायत भवन में सवेरे 9 बजे से शाम 6 बजे तक शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में दिन भर ग्राम पंचायत के सचिव, पटवारी आरएईओ मौजूद रहकर ग्रामीणांे की समस्याओं का निराकरण करने के साथ ही शासकीय योजनाओं की जानकारी और इनका लाभ उठाने के तरीकों से भी लोगों को अवगत करा रहे हैं। जारी आदेश के अनुसार 8 अप्रैल को विकासखण्ड बिल्हा के ग्राम टेकर, भरारी, मटयारी, कडरी, केंवाछी, परसदा, महमंद, धमनी, हरदी, मदनपुर, कर्मा, चोरहादेवरी, बांका, अटर्रा, मुड़ीपार, विकासखण्ड कोटा के ग्राम नवागांव सोनसाय, चुरेली, आमामुड़ा, नगोई, कंचनपुर, रानीसागर, खुरदुर, बारीडीह, धनरास, पटैता, सीस, सक्ती बहरा, विकासखण्ड मस्तूरी के ग्राम कौवाताल, आंकडीह, चौहा, बकरकुदा, सोठी, मुड़पार, खांडा, जेंवरा, मोहतरा, नवागांव, मड़ई, हिर्री, पोंड़ी, ओखर, गुड़ी, विकासखण्ड तखतपुर में गांव घोघरा, सकेरी, करनकापा, दर्री, ठाकुरकापा, पूरा, टिकरी, पोंगरिहा, मरहीकापा, दैजा, केकती एवं भिलौनी मंे शिविर आयोजित किया गया है। शिविर के सुचारू संचालन एवं मॉनिटरिंग के लिए जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है। नोडल अधिकारियों को पटवारियों की उपस्थिति, राशन कार्ड, राशन दुकान खोलने एवं राशन वितरण की स्थिति, पेंशन भुगतान की स्थिति, मनरेगा में मजदूरी भुगतान, हैंडपंप, गोबर खरीदी एवं भुगतान, आंगनाबाड़ी केंद्रों के खुलने एवं पूरक पोषण आहार वितरण और हाट बाजार क्लिनिक योजना की स्थिति जैसे बिन्दुओं पर अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
स्वरोजगार हेतु आवेदन आमंत्रित : अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के लिये संचालित अंत्योदय स्वरोजगार योजना एवं आदिवासी स्वरोजगार योजना में वर्ष 2022-23 के लिए लक्ष्य प्राप्त हुए हैं। जिले के अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के लिये योजना के अंतर्गत आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। आवेदक जिले का निवासी हो, अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग का हो, आयु 18 वर्ष से कम तथा 50 वर्ष से अधिक न हो। परिवार की वार्षिक आमदनी ग्रामीण क्षेत्र के लिये अधिकतम 40,500 रूपए तक एवं शहरी क्षेत्र के लिये 51,500 रूपए तक हो। आवेदन पत्र के साथ आय प्रमाण पत्र सक्षम अधिकारी द्वारा जारी, जाति, निवास प्रमाण पत्र एवं आधार कार्ड, राशन कार्ड, पासपोर्ट साईज के दो फोटोग्राफ्स सहित प्रस्तुत कर सकते हैं। यह योजना बैंक प्रवर्तित योजना है। योजनांतर्गत संबंधित का ऋण प्रकरण संबंधित सेवा क्षेत्र की बैंक शाखा को प्रेषित किये जायेंगे। इच्छुक आवेदक, आवेदन कार्यालय जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कक्ष क्रमांक-17 पुराना कम्पोजिट बिल्डिंग बिलासपुर एवं जिले के सभी विकासखंडों, नगर पंचायत कार्यालय से कार्यालयीन समय में आवेदन निःशुल्क प्राप्त एवं जमा कर सकते हैं। आवेदन की फोटोकॉपी, आवेदन में कांट-छांट, ओव्हरराईटिंग इत्यादि स्वीकार नहीं लिये जायेंगे।