May 7, 2024

सिम्स से मिली रिपोर्ट,पानी में नहीं है कोई दिक्कत,72 घंटे में अगर केस बढ़ें तो पानी सप्लाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी

बिलासपुर. पानी की जांच करने लिए सिम्स द्वारा लिए गए पानी के 11 सैंपल की रिपोर्ट आज जारी कर दी गई,जिसमें पानी में किसी भी प्रकार का कोई बैक्टिरयल इंफेक्शन नहीं मिला है। शहर के तालापारा और तारबाहर में डायरिया के मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा निगम द्वारा पाइपलाइन के ज़रिए की जा रही पानी सप्लाई के सैंपल बैक्टिरियोलाॅजिकल जांच के लिए लिया गया था,जिसमें प्रभावित क्षेत्रों में आपूर्ति की जाने वाला पानी पीने योग्य पाया गया। इधर डायरिया प्रभावित क्षेत्र तालापारा में हालात सुधरने लगे है। आज 170 घरों के सर्वे में एक भी डायरिया से पीड़ित मरीज नहीं मिला। चार दिसंबर को जहां 95 मरीज मिले थे आज एक भी मरीज की पुष्टी नहीं हुई है। तालापारा में 42 में से 41 मरीज स्वस्थ्य होकर घर वापस लौट चुकें है,एक का इलाज जारी है।हालात का जायजा लेने राजधानी से अपनी टीम के साथ पहुंचे राज्य स्वास्थ्य एवं महामारी नियंत्रण संचालक डाॅ.सुभाष मिश्रा और निगम कमिश्नर श्री अजय त्रिपाठी  तथा सीएमएचओ डाॅ.प्रमोद महाजन ने प्रभावित क्षेत्रों तारबाहर और तालापारा का दौरा किए। सिम्स से रिपोर्ट आने के बाद भी निगम द्वारा एहतियातन वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारी की जा रही है। तालापारा में अगले 72 घंटे में अगर मरीज़ों की संख्या बढ़ेगी तो मुख्य पाइपलाइन से पानी की सप्लाई रोक कर पानी के लिए  वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी,इसके निर्देश कमिश्नर श्री अजय त्रिपाठी ने दे दिए हैं। वही तारबाहर में भी फिलहाल तीन मरीज उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती है,वहां भी 72 घंटे में अधिक संख्या में अगर डायरिया पीड़ित मिलते हैं तो मुख्य पाइपलाइन से पानी की सप्लाई रोक कर वैकल्पिक व्यवस्था से पानी की आपूर्ति की जाएगी।


तालापारा और तारबाहर में फैले डायरिया को रोकने और बचाव के लिए निगम और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा हैं। चार-चार लोगों की 20 टीम पूरे क्षेत्र को 20 जोन में बांटकर सभी घरों में दो-दो बार जाकर सर्वे का काम कर रहें हैं। जहां मरीज़ों का पता लगाया जा रहा है,पीड़ित व्यक्ति के इलाज की व्यवस्था करने के साथ ही  गंभीर होने की दशा में तत्काल सिम्स या जिला अस्पताल में भर्ती कराने की भी व्यवस्था की जा रही है । इसके अलावा पूर्व से जारी क्लोरिन टेबलेट के वितरण का कार्य करते हुए लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है ।टीम में एक इंजीनियर, राजस्व निरीक्षक,मितानीन और महिला सुपरवाइजर शामिल है। हालात का जायजा लेने राजधानी से अपनी टीम के साथ  राज्य स्वास्थ्य एवं महामारी नियंत्रण संचालक डाॅ.सुभाष मिश्रा ने तालापारा और तारबाहर का दौरा किए,निगम कमिश्नर श्री अजय त्रिपाठी और सीएमएचओ डाॅ.प्रमोद महाजन भी साथ में थे। इस दौरान रायपुर की टीम ने भी लोगों को फिलहाल टैंकर के पानी का उपयोग करने तथा निगम द्वारा दी जा रही क्लोरिन टेबलेट पानी में मिलाकर पीने के लिए कहा। साथ ही खुद को और अपने आस-पास साफ सफाई रखने के लिए भी प्रेरित किया।

रायपुर की टीम ने व्यवस्था का लिया जायजा
राजधानी से महामारी नियंत्रण संचालक के नेतृत्व में पहुंची टीम ने डायरिया को नियंत्रित करने स्वास्थ्य विभाग और निगम द्वारा किए जा रहें प्रयासों का अवलोकन किया। प्रयासों पर संतुष्टी जताते हुए इसे लगातार बनाएं रखने के निर्देश संचालक ने दिए। विदित है की शुरू दिन से डायरिया प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग और निगम द्वारा घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है,पीड़ित व्यक्ति के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। प्रभावित क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर लगाया गया है इसके अलावा निगम द्वारा भी दो मेडिकल मोबाइल यूनिट भी दोनों क्षेत्रों में तैनात किया गया है जहां इलाज जारी है। क्लोरिन टेबलेट का वितरण, नालियों की सफाई,ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव समेत साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों में पानी के 6 टैंकर भी तैनात है।
सभी जोन को किया गया अलर्ट
तालापारा और तारबाहर के क्षेत्रों में डायरिया फैलने के बाद निगम कमिश्नर अजय त्रिपाठी ने  एहतियातन सभी जोन कमिश्नरों की बैठक लेकर सावधान और सतर्क रहने के निर्देश दिए है। जोन क्षेत्र में जहां भी तालाब किनारे के रहवासी और घनी बस्ती है वहां विशेष नज़र बनाए रखने तथा पाइपलाइन की माॅनिटरिंग करने को कहा है।

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