May 12, 2024

बिल्हा जनपद में 10 प्रतिशत कमीशन मांगने वाला सेंदरी पंचायत सचिव मुकेश शुक्ला निलंबित

बिलासपुर. सेंदरी के पंचायत सचिव मुकेश शुक्ला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनके ऊपर कमीशन मांगने का आरोप है। इसको लेकर पिछले दिनों एक ऑडियो वायरल हुआ था,जिसमे वह केंवट समाज के प्रमुख से राशि जारी करने के बदले कमीशन की मांग कर रहा है। जिला पंचायत CEO जयश्री जैन ने सेंदरी ग्राम पंचायत के सचिव मुकेश शुक्ला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनके ऊपर केंवट समाज के प्रमुख से अहाता निर्माण के लिए स्वीकृत राशि की अंतिम किस्त जारी करने के लिए 25000 कमीशन की मांग की थी। इसके अलावा उनके ऊपर गांव की एक वृद्ध महिला को रूपा बाई पति देवारीलाल को 2017 से पेंशन भुगतान नहीं करने का भी आरोप है। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय बिल्हा जनपद पंचायत रहेगा।

केवंट समाज के लोगों में इस घटना को लेकर आक्रोश 
केवंट समाज के लोगों के द्वारा लगातार दबाव बनाए जाने पर ग्राम पंचायत के सचिव मुकेश शुक्ला ने ₹25000 रुपए कमीशन लगेगा कह कर बाकी राशि का भुगतान करने से मना कर दिया। तब केवंट समाज लोगों के द्वारा सचिव मुकेश शुक्ला से बातचीत से संबंधित ऑडियो के साथ उसकी शिकायत की गई। विधायक निधि द्वारा स्वीकृत अहाता में कमीशन की मांग के कारण भारतीय जनता पार्टी के नेताओं व सचिव मुकेश शुक्ला के खिलाफ क्षेत्र में केवंट समाज का काफ़ी आक्रोश है।
बिल्हा जनपद पंचायत के सचिव मुकेश शुक्ला से कमीशन खोरी व वसूली कराने वाला विक्रम कौन…?
बिल्हा जनपद पंचायत का हमेशा विवादों से नाता रहा हैं और छत्तीसगढ़ प्रदेश के सबसे भ्रष्ट ब्लॉक में एक है। जहां कमीशन खोरी,वसूली होना एक आम बात है पर आश्चर्य की बात यह है कि बिल्हा जनपद पंचायत में यह प्रथा पिछले 15 साल भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में तो थी ही थी परंतु छत्तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बावजूद यह दस्तूर बदला नहीं हैं। बिल्हा ब्लॉक में 127 पंचायत होने के करण कमीशन की राशी भी काफी बड़ी होती हैं। कुछ विशेष सूत्रों से तो यह भी जानकारी मिली है की बिल्हा जनपद के एक नेता को जब नई गाड़ी लेनी थी तो उन्होंने 127 सचिव को अपना रसूल दिखाकर हर एक सचिव से दस हजार वसूल कर कुल बारह लाख सत्तर हजार वसूल कर नई गाड़ी ले ली और इसके बदले सचिवो को पंचायत की राशि में भ्रष्टाचार करने के लिए पूरा संरक्षण भी दिया और रही बात सरपंचों की तो वो भी नेता जी आतंक और दबाव के कारण चुप बैठे रहें। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने वायरल ऑडियो के आधार पर सचिव मुकेश शुक्ला पर कार्यवाही कर निलंबित तो कर दिया पर जांच का विषय यह भी है की वाइरल ऑडियो में जिस विक्रम का नाम बार-बार आ रहा है वह शख्स बिक्रम आखिर है कौन..?

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