May 1, 2024

बदहाल यातायात व्यवस्था के बीच दयालबंद में लगाया गया सिग्नल

बिलासपुर/अनिश गंधर्व. गांधी चौक दयालबंद मुख्य मार्ग में सिग्नल चालू किया गया है जिसके चलते सड़क जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। जहां कभी जाम की स्थिति नहीं होती थी वहां सिग्नल के कारण लोगों को जबरिया परेशानी गुजरना पड़ रहा है। स्मार्ट सिटी बिलासपुर को संवारने की दिशा में शहर में काम किया जा रहा है। इधर दयालबंद मुख्य मार्ग में सड़क के दोनों ओर दुकानदारों द्वारा पार्किंग स्थल बना लिया गया है आधे-अधूरे सड़क में लोग आवाजाही कर रहे है, ऊपर से खालसा स्कूल व गांधी चौक में सिग्नल चालू कर दिया गया है जिसके चलते सड़क जाम हो रही है। सिग्नल में सीसी टीवी कैमरा लगा दिया गया है ताकि नियम तोडऩे वालों पर चालानी कार्रवाई की जा सके। करोड़ों रुपए खर्च का शहर में सिग्नल और कैमरा तो लगा दिया गया किंतु सकरी सड़क होने के कारण स्मार्ट सिटी परियोजना बदहाली के दौर से गुजर रही है।
स्मार्ट परियोजना के तहत शहर के मुख्य चौक-चौराहों में सिग्नल चालू किया गया है। इसके अलावा यातायात नियमों का पालन किया जा सके इसके लिए सीसी टीवी कैमरा भी लगाया है। अब सवाल यह उठता है कि जिस गांधी चौक और दयालबंद में कभी जाम की समस्या उत्पन्न नहीं होती थी वहां सिग्नल के कारण लोग जाम की समस्या से हलाकान हो रहे हैं। दयालबंद मुख्य मार्ग से यात्री बसों का संचालन होती है किंतु इस मार्ग का उपयोग व्यापारी अवैधानिक तरीके से करते हैं। सड़क सकरी होने के कारण आवाजाही में भारी परेशानी होती है। बदहाल सड़क पर भला कैसे लोग यातायात नियमों का पालन करेंगे? इस दिशा में योजना से जुड़े आला अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। शहर में कहीं नाली निर्माण तो कहीं पर भारी मात्रा में मलबा डंप पड़ा हुआ है।

मगरपारा से हटाया गया सिग्नल
मगरपारा चौक में सिग्नल लगाया गया था, जिसे अब हटा लिया गया है। मालूम हो कि अग्रसेन चौक से गुजरने के बाद लोग मगरपारा के सिग्नल पर आते थे। यहां मरीमाई मार्ग, तालापारा मार्ग, इंदू चौक, सत्यम चौक जाने वालों को बेतरतीब व्यवस्था के कारण परेशानी हो रही थी। अब यहां से सिग्नल को हटाया जा चुका है।

बसंत विहार चौक में लगता है जाम
बसंत विहार चौक में लगाये गए सिग्नल के कारण आये दिन जाम की स्थिति निर्मित होती है। लोयला स्कूल, डीएवी स्कूल के साथ साथ ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल में छुट्टी होता है बसंत बिहार चौक में जाम लगता है। स्कूलों बसों के अलावा इस मार्ग से कोरबा, जांजगीर जाने वाली बसों के यात्री भी हलाकान होते हैं। जनहित में ठोस अध्ययन कर शहर में ट्राफिक सिग्नल लगाने की जरूरत है ताकि लोगों को इसका फायदा मिले।

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