काबुल. भले ही तालिबान (Taliban) उदारता बरतने के कितने भी वादे करे लेकिन अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जा जमाने के बाद से ही वह चुन-चुन कर उन लोगों को मार रहा है, जिन्होंने अतीत में उनके खिलाफ काम किया था. इसमें अफगानी सैनिक, सरकार से जुड़े लोग आदि शामिल हैं. वहीं सरकारी इमारतों, सैन्य ठिकानों आदि
संभल. उत्तर प्रदेश (UP) के संभल (Sambhal MP) से समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) की मुश्किलें बढ़ गई हैं. उनके खिलाफ राजद्रोह का केस (Sedition Case Against SP MP) दर्ज कर लिया गया है. जिसके बाद डॉक्टर बर्क अपने बयान से पलट गए हैं. डॉक्टर बर्क ने कहा है कि
संयुक्त राष्ट्र. काबुल पर तालिबान के नियंत्रण (Taliban Control on Kabul) के बाद भारत समेत कई देशों के नागरिक वहां फंसे हुए हैं. इस बीच भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि भारत अफगानिस्तान में बदलते घटनाक्रम पर ‘काफी सावधानीपूर्वक’ नजर रख रहा है और नई दिल्ली का ध्यान युद्धग्रस्त राष्ट्र
काबुल. अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद महिला सैनिक (Female Afghan Soldiers) खौफ में हैं. उन्हें डर है कि तालिबान (Taliban) के आतंकी उनके साथ बलात्कार (Rape) कर सकते हैं, उनके परिवार को खत्म कर सकते हैं. 2011 में गर्व के साथ अफगान नेशनल आर्मी में शामिल हुईं कुबरा बेहरोज (Kubra Behroz) को अपने अपहरण,
काबुल. अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद जहां मुल्क छोड़ने के लिए भगदड़ मची हुई है, वहीं ब्रिटिश राजदूत (British Ambassador) ने काबुल में ही रहने का फैसला लिया है. अपनी जान की परवाह न करते हुए राजदूत सर लॉरी ब्रिस्टो (Sir Laurie Bristow) ने साफ किया है कि जब तक 4000 ब्रिटिश और
काबुल. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) देश छोड़कर भाग गए हैं और राष्ट्रपति भवन समेत पूरे देश पर तालिबान (Taliban) को कब्जा हो गया. हालांकि तालिबान ने अभी तक अपना प्रतिनिधि नियुक्त नहीं किया है, जो अफगानिस्तान की सत्ता को संभाले. इस बीच अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह (Amrullah Saleh) ने खुद को
मास्को. तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं. वह अपने हेलीकॉप्टर में ठूंस-ठूंस कर नकदी भर ले गए हैं. बावजूद इसके जगह की कमी के कारण नोटों से भरे कुछ बैग रनवे पर ही रह गए. इस बात की जानकारी रूस की आधिकारिक मीडिया की ओर से
काबुल. अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) पर तालिबानी (Taliban) कब्जे के बाद भारत सहित कई देशों के नागरिक वहां से निकलने के लिए बेताब हैं, लेकिन उन्हें कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है. क्योंकि कमर्शियल फ्लाइट्स (Commercial Flights) फिलहाल बंद हैं. ऐसे में ये लोग किसी तरह छिपकर अपनी जान बचा रहे हैं. काबुल
काबुल. तालिबान (Taliban) के क्रूर शासन से बचने के लिए अफगानी मुल्क छोड़कर भाग रहे हैं. पूरे अफगानिस्तान (Afghanistan) में भगदड़ मची हुई है. काबुल हवाईअड्डे पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद हैं. हर किसी की कोशिश बस किसी तरह देश से बाहर निकलने की है. इसी जद्दोजहद में उड़ते विमान से गिरकर कुछ लोगों
नई दिल्ली. अफगानिस्तान में तालिबानी युग की शुरुआत होने के बाद से ही वहां स्थिति भयावह बनी हुई है. आलम ये है कि वहां के रिहायशी इलाकों के रहने वाले हजारों-लाखों लोग अपना सबकुछ छोड़कर देश से निकलना चाहते हैं. इन दर्दनाक हालातों के बीच दिल्ली (Delhi) में रहने वाले अफगानी नागरिकों का उनके अपने
नई दिल्ली. अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद वहां फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही है. इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन (Antony Blinken) ने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर (S Jaishankar) से बात की और अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम को लेकर चर्चा की. इस
नई दिल्ली. अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) ने अमेरिकी सेना (US Army) के जाने के बाद ऐसा चौतरफा कोहराम मचाया कि आज अफगानिस्तान के दो-तिहाई इलाके और आधे से कई ज्यादा प्रान्तों पर कब्जा हो चुका है. तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे की रफ्तार का अंदाजा इसीसे लगाया जा सकता है कि काबुल भी सुरक्षित
काबुल. तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल पर भी कब्जा कर लिया है. इसी के साथ अफगान में तालिबान शासन का रास्ता साफ हो गया है. राष्ट्रपति अशरफ गनी अपने कुछ करीबियों के साथ मुल्क छोड़कर चले गए हैं. शुरुआत में उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह (Amrullah Saleh) के भी विदेश जाने की खबर
काबुल. अफगानिस्तान (Afghanistan) के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) ने अपने देश छोड़ने की वजह बताई है. उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि वह इसलिए अफगानिस्तान से भागे ताकि लोगों को ज्यादा खून-खराबा न देखना पड़े. मुश्किल वक्त में मुल्क छोड़कर भागने के लिए अशरफ गनी की आलोचना हो रही है. भारत स्थित दूतावास
वॉशिंगटन. अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबानी कब्जे को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) की आलोचना हो रही है. सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) भी अफगान के हालात के लिए बाइडेन को दोषी करार दे चुके हैं. इसके अलावा, कई देश भी मुश्किल वक्त में अफगानिस्तान
काबुल. अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के साथ ही मुल्क में क्रूर शासन का रास्ता साफ हो गया है. तालिबान के फिर से सत्ता में आने से आवाम बुरी तरह खौफ में है. हजारों की संख्या में लोग देश छोड़कर जा रहे हैं और जिनके लिए जाना संभव नहीं है,
नई दिल्ली. तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) को गिरफ्त में ले लिया है. हालात बिगड़ता देख वहां के लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं. हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. अफगान क्रिकेटर राशिद खान (Rashid Khan) ने भी इस मसले पर अपना रिएक्शन दिया है. राशिद ने की शांति
काबुल. अफगानिस्तान (Afghanistan) सरकार बड़ी तेजी के साथ देश पर से अपनी सत्ता खो रही है. शनिवार को उसके हाथ से एक और बड़ा शहर निकल गया. मजारे शरीफ पर तालिबान का कब्जा रिपोर्ट के मुताबिक एक अफगान सांसद ने बताया कि तालिबानी आतंकियों ने शनिवार को बाल्ख प्रांत की राजधानी मजार ए शरीफ पर हमला
नई दिल्ली. अफगानिस्तान (Afghanistan) में तेजी से बिगड़ रहे हालात को देखते हुए भारत (India) सरकार ने बड़ा फैसला किया है. वह अफगानिस्तान में फंसे भारत समर्थक नागरिकों को निकालकर उन्हें देश में शरण (Refuge) देगा. इन लोगों को मिलेगी शरण सूत्रों के मुताबिक अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) जिस तेजी से प्रांतों पर कब्जे कर
काबुल. अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल पर कब्जे के लिए आगे बढ़ रहे तालिबान (Taliban) ने भारत (India) को धमकी दी है. आतंकी संगठन ने कहा है कि यदि भारतीय सेना अफगान आती है, तो अच्छा नहीं होगा. तालिबान के प्रवक्ता ने दूसरे देशों के हाल से सीखने की सलाह देते हुए कहा कि यदि