शुक्र मानिए कि आप भारत में हैं, इन देशों में धार्मिक आजादी नाम की कोई चीज नहीं, एक्शन में यूएस
वॉशिंगटन. धार्मिक स्वतंत्रता (Religious Freedom) को कुचलने वाले चीन और पाकिस्तान (China & Pakistan) पर अमेरिका (America) ने सख्त रुख अपनाया है. साथ ही उसने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वो इस तरह के देशों का मुकाबला करने से पीछे नहीं हटेगा. जो बाइडेन (Joe Biden) प्रशासन ने चीन-पाकिस्तान सहित 10 देशों को ऐसे विशेष चिंता वाले देशों के रूप में नामित किया है, जहां धार्मिक आजादी का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है.
नहीं सुधरे, तो भुगतेंगे खामियाजा
एक बयान में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने कहा कि जो बाइडेन (Joe Biden) प्रशासन प्रत्येक व्यक्ति के धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता के अधिकार की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें इस मानवाधिकारों के उल्लंघन करने वालों का मुकाबला करना भी शामिल है. ब्लिंकन ने एक तरह से साफ संकेत दिया है कि यदि चीन और पाकिस्तान अपनी हरकतें नहीं सुधारते, तो उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
इन देशों को लेकर जताई चिंता
यूएस के विदेश मंत्री ने आगे कहा, ‘मैं म्यांमार, चीन, इरीट्रिया, ईरान, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, रूस, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान को लेकर चिंतित हूं क्योंकि यह देश धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन में शामिल हैं’. ब्लिंकन ने कहा कि वह अल्जीरिया, कोमोरोस, क्यूबा और निकारागुआ को विशेष निगरानी सूची में रख रहे हैं, क्योंकि यह देश इस तरह की आजादी के उल्लंघन में काफी आगे हैं.
‘लगातार बनाते रहेंगे दबाव’
ब्लिंकन ने कहा कि दुनिया में आज धार्मिक स्वतंत्रता के लिए बुनियादी और प्रणालीगत चुनौतियां बढ़ गई हैं. हम सभी सरकारों पर लगातार दबाव बनाते रहेंगे कि वो अपने कानूनों में इस स्वतंत्रता को बचाए रखने के लिए जरूरी बदलाव लाएं और इसका उल्लंघन करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें. हम उन व्यक्तियों और समुदायों की दुर्दशा को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो दुर्व्यवहार, उत्पीड़न और भेदभाव का सामना कर रहे हैं.