पंचायत चुनाव में हिंसा के बीच मतदान
कलकत्ता. तृणमूल कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि आठ जून को पंचायत चुनाव की घोषणा होने के बाद से 27 लोगों की मौत हुई है और उनमें से 17 तृणमूल से हैं, जो कुल मौतों का 60 फीसदी से अधिक है।उन्होंने कहा, ‘अगर तृणमूल वास्तव में हिंसा भड़का रही होती, जैसा कि मीडिया आरोप लगा रहा है, तो उनके अपने कार्यकर्ताओं को निशाना क्यों बनाया जाएगा और उनकी हत्या क्यों की जाएगी? विपक्ष ने हार मान ली है और अब मीडिया में अपने सहयोगियों का इस्तेमाल करते हुए इस कहानी को आकार देने की कोशिश कर रहा है कि हिंसा ने चुनाव को कैसे प्रभावित किया।’ बयान में कहा गया है कि पूरे पश्चिम बंगाल में 60,000 से अधिक बूथ हैं, लेकिन केवल 60 बूथों पर मतदान प्रक्रिया के दौरान व्यवधान देखा गया।
पंचायत चुनाव के बीच बंगाल रणक्षेत्र में तब्दील हो गया है। यहां के रघुनाथ गंज में लगातार बम धमाकों की आवाज सुनी जा रही है, जिससे लोगों में दहशत है। बालुरघाट के गंगाधरपुर में भाजपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं में हाथापाई हुई है, जिसके बाद बालुरघाट के सांसद और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को सुरक्षा अधिकारियों ने अपनी सुरक्षा में ले लिया गया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि राज्य में पूरी तरह गुंडागर्दी चल रही है।