अगर एक बार पथरी की समस्या की हो जाती है तो इंसान को काफी दर्द होता है और तमाम तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है. ऐसे में लोगों को ऑपरेशन की हेल्प लेनी पड़ती है. कुछ केस तो ऐसे भी सामने आते हैं जिनमें एक ही व्यक्ति को दूसरी बार भी पथरी की समस्या
शरीर की अधिकतर खूबसूरती चेहरे पर टिकी होती है. जिसे साफ और सुंदर बनाए रखने के लिए रोजाना साफ करना चाहिए. भारत में मुंह धोने के लिए सबसे ज्यादा फेसवॉश और साबुन का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दोनों में सबसे सुरक्षित और फायदेमंद कौन-सा उत्पाद है. आइए इस विषय
नई दिल्ली. अगर आप भी मोटापे से परेशान हैं तो यह खबर आपके काम आ सकती है. दरअसल, वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज के साथ आपको अपनी डाइट पर भी उतना ही फोकस करना चाहिए, जितना कि आप जिम में मेहनत करते हैं. हम आपको ऐसे ड्रिंक के बार में बता रहे हैं, जिसका
आज के समय में फिट रहना हर किसी की चाहत होती है. लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अपने आप को फिट रखना काफी मुश्किल हो गया है.वहीं पुरुषों के लिए अपने आप को फिट रखना और जवां बनाएं रखना थोड़ा मुश्किल हो गया है.ऐसे में अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है
आमतौर पर हमारे घर में जो लहसुन इस्तेमाल किया जाता है, वो सफेद रंग का होता है. जिससे सब्जियों का जायका कई गुना बढ जाता है. अब सवाल ये है कि क्या आने काला लहसुन (Black Garlic) देखा है. अगर आपने नहीं देखा तो कोई बात नहीं. आज हम आपको बताएंगे काले लहसुन के बारे
सिर्फ महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जैसे की स्पर्म काउंट में कमी और इन्फर्टिलिटी समस्याएं आम हैं. वहीं इनके बारे में अधिकतर पुरुष डॉक्टर से बात करने में हिचकिचाते हैं और शर्माते हैं. वहीं कुछ पुरुष बिना डॉक्टर की सलाह के ही सप्लीमेंट्स लेना शुरु
भारत में मंकीपॉक्स के 4 मामले आ चुके हैं, जिसके बाद लोग मंकीपॉक्स को लेकर काफी चिंतित हो गए हैं. लेकिन मंकीपॉक्स का एक लक्षण सबसे खतरनाक होता है, जो इसे दूसरी बीमारियों से अलग बनाता है. मंकीपॉक्स के इस लक्षण को देखकर आप आसानी से मंकीपॉक्स की पहचान कर सकते हैं. आइए मंकीपॉक्स के
बरसात का मौसम आ गया है. ऐसे में खुजली की समस्याएं ज्यादा होने लगती हैं. लोग अकसर खुजली की दवा लेते हैं लेकिन आपको बता दें इसके लिए घरेलू उपचार भी बेहद जरूरी हैं. इस मौसम में ज्यादा मात्रा में यह दिक्कत होती है. कई लोग खुजली का जड़ से इलाज करना चाहते हैं लेकिन
शरीर के बढ़ते हुए वजन को कम करने के लिए लोग कई तरह के तरीके अपनाते हैं. वहीं, एक्सरसाइज, योगा और जिम आदि करने के लिए भी आपको अलग से समय निकालना पड़ता होगा. कई बार समय की कमी के चलते हम खुद पर ध्यान नहीं दे पाते. ऐसे में दिक्कते बढ़ जाती हैं, लेकिन
फाइबर वाले फूड्स का सेवन रोजाना करना चाहिए. सभी जानते हैं कि फाइबर ब्लड शुगर (Blood Sugar) को कंट्रोल करने में मदद करता है और यह गट हेल्थ को सही रखते हुए कब्ज जैसी समस्या से भी राहत देता है. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि फाइबर खाने से दिमाग भी तेज होता है.
कई बार ऐसा होता है कि हम शरीर में थकान महसूस करने लगते हैं. कभी मौसम में बदलाव की वजह से तो कभी सही खान-पान न लेने की वजह से. यह थकान आपके काम को प्रभावित करती है क्योंकि अगर आपकी बॉडी एनर्जेटिक होगी रहेगी, तभी आप दिन भर अच्छे से काम कर पाएंगे. ऐसे
योगा एक प्राचीन पद्धति है, जो शरीर को स्वस्थ बनाने में काफी मददगार होती है. योगा के प्रभाव को साइंस भी मानता है. लेकिन, अक्सर यह दिक्कत देखी जाती है कि लोगों को योगा की शुरुआत करने में परेशानी होती है. इसलिए अगर आप योगा की शुरुआत करना चाहते हैं, तो हर सुबह 5 मिनट
हमारी हेल्थ गट पर टिकी होती है. जिसमें पेट, आंत और अन्नप्रणाली को शामिल किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गट हेल्थ के लिए क्या जरूरी है. दरअसल, गट हेल्थ को सही रखने के लिए प्री-बायोटिक फूड्स का सेवन करना चाहिए. इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि प्री-बायोटिक फूड्स क्या और कौन-से
दही का इस्तेमाल कई तरह से होता है. कई लोग इसे लस्सी बना कर खाना पसंद करते हैं तो कुछ ऐसका सेवन रायता बना कर कर करते हैं. कई लोग दही के फायदों का जिक्र करते हैं और यह दावा करते हैं कि दही पाचन क्रिया को सही करने का काम करती है. लेकिन आपको
मॉनसून के दौरान मौसम में अचानक बदलाव आता है. इस बदलते मौसम में शरीर में कई तरह की परेशानियां होने का खतरा रहता है जैसे- पर मॉनसून में पेट में इन्फेक्शन से लेकर गले में खराब, बलगम, बुखार जैसी परेशानियां बनी रहती है. ऐसे में लोग बस यही सोचकर परेशान रहते हैं कि आखिर उन्होंने
बेली फैट कई बीमारियों का कारण बन सकता है. बेली फैट के साथ मोटापा, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी कई गंभीर बीमारियां घेरने लगती हैं. अगर आप तेजी से बेली फैट घटाकर पतली कमर पाना चाहते हैं, तो एक खास पाउडर का सेवन करें. सोने से आधा घंटा पहले ये पाउडर लेने से
सावन का पवित्र माह शुरू हो चुका है और शिव भक्तों ने अपने आराध्य को प्रसन्न करने के लिए पूजा-अर्चना शुरू कर दी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सावन में बाल काटने से मना किया जाता है. दरअसल यह मान्यता बहुत पुरानी है, जिसके पीछे मौजूद एक संभावित रहस्य के बारे में हम
अगर एक बार आपके चेहरे पर पिंपल्स आने लगते हैं, तो उनसे छुटकारा पाना काफी मुश्किल हो जाता है. पिंपल्स और एक्ने को हटाने के लिए लोग क्रीम लगाते हैं, लेकिन उसमें मौजूद कैमिकल स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं. पिंपल्स रिमूवल क्रीम की जगह आप कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल कर सकते हैं. जिनका
मौसम बदलने के साथ ही अस्थमा के मरीजों की समस्या में इजाफा होने लगता है. विशेषतौर पर बारिश के मौसम में अस्थमा रोगियों को सांस की परेशानी होने लगती है. बरसात के सीजन में नमी होने और सूरज कम निकलने की वजह से धूप की कमी के कारण अस्थमा पेशेंट को परेशानी होती है. कई
वैसे तो लिवर के खराब होने का आम कारण शराब को माना जाता है. लिवर खराब होने से खाना ठीक से नहीं पचता जिसकी वजह से शरीर में कई बीमारियां घर कर जाती हैंं. लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ शराब से ही लिवर खराब होता है. इसकी कई वजह हो सकती हैं. आइये जानते