समाज के अंतिम व्यक्ति तक हों शिक्षा की पहुँच : प्रो. चंद्रकांत रागीट
वर्धा. वर्तमान शिक्षा तकनीकी के माध्यम से सभी लोगों तक पहुँचाने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में हमें समाज के अंतिम आदमी तक शिक्षा की पहुँच आसान बनाने के लिए जमीनी स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है। यह विचार महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रकांत रागीट ने व्यक्त किये।
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की परियोजना पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय शिक्षक एवं शिक्षण मिशन के तत्वावधान में शिक्षा विद्यापीठ के द्वारा ‘उच्च शिक्षा में प्रौद्योगिकी- सक्षम अधिगम’ विषय पर 23 से 28 अगस्त, 2021 तक राष्ट्रीय ऑनलाईन ‘संकाय संवर्धन कार्यक्रम’ के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रो. रागीट बोल रहे थे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, नोएडा की अध्यक्ष प्रो. सरोज शर्मा ने राष्ट्रीय डिजीटल संरचना, ई -विद्या चैनल तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं शिक्षा मंत्रालय की ओर से तकनीकी के माध्यम से शिक्षा क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों की चर्चा की। कार्यक्रम का स्वागत वक्तव्य शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. गोपाल कृष्ण ठाकुर ने दिया। उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल द्वारा संकाय संवर्धन कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रेषित शुभकामना संदेश से सबको अवगत कराया एवं कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा की चर्चा करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में इस कार्यक्रम की प्रासंगिकता एवं इसके महत्व की विस्तृत चर्चा की. इस कार्यक्रम में संपूर्ण भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों के 300 से अधिक संकाय सदस्य, अध्येता सहभागिता कर रहे हैं.
कार्यक्रम का संचालन शिक्षा विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. संदीप पाटिल, डॉ. प्रमोद जोशी एवं डॉ. नरेन्द पाल ने किया तथा शिक्षा विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो. मनोज कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत उच्च शिक्षा में प्रौद्योगिकी के संबंध में विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी जिसमें शिक्षा एवं तकनीकी से जुड़े विद्वान वक्ता अपने विचार रखेंगे। इससे पहले विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल एवं शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. गोपाल कृष्ण ठाकुर के द्वारा “इंट्रोडक्शन टू रिसर्च इन सोशल साइन्सेज़” नामक पुस्तक का विमोचन किया गया जिसका संपादन प्रो. गोपाल कृष्ण ठाकुर एवं केरल विश्वविद्यालय के डॉ. समीर बाबू द्वारा किया गया है।