एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम : गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को अटल श्रीवास्तव ने ढोकरा शिल्प स्मृति चिन्ह भेंट किया
रायपुर. एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के अंतर्गत गुजरात विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ पधारे विधानसभा सदस्यों एवं अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल के लिए दिनांक 29 अगस्त को छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड द्वारा दोपहर भोजन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने गुजरात विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध ढोकरा शिल्प (बेल मेटल) से बनी कलाकृति स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की। छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड की उपाध्यक्ष श्रीमती चित्रलेखा साहू,प्रबंध संचालक यशवंत कुमार, संचालक संस्कृति एवं पुरातत्व विवेक आचार्य ने गुजरात विधानसभा के सदस्यों को स्मृति चिन्ह भेंट किया। गुजरात विधानसभा के सचिव डॉक्टर डी एम पटेल को छत्तीसगढ़ विधानसभा के सचिव चंद्रशेखर गंगराड़े ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत दोनों प्रदेशों के सांस्कृतिक आदान-प्रदान एवं पर्यटन विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण इस कार्यक्रम में गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी के साथ सदस्य बृजेश मेर्जा, जिग्नेश कुमार सेवक, अश्विन भाई कोटवाल, श्रीमती गेनी बेन ठाकुर, डॉक्टर आशाबेन पटेल, श्रीमती निमिषा बेन सुतार, बाबू भाई पटेल, आनंद भाई चौधरी, राकेश भाई शाह, जगदीश विश्वकर्मा अतिरिक्त सचिव डॉ एन एल वनकर, अवर सचिव प्रवीण प्रजापति, उप अनुभाग अधिकारी मनन देव भी उपस्थित थे। गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष और 11सदस्यों का प्रतिनिधि मंडल दिनांक 26 से 30 अगस्त तक छत्तीसगढ़ राज्य के प्रवास पर हैं। आज इस कार्यक्रम में गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और प्रतीक चिन्ह के रूप में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की प्रतिमा भेंट करते हुए उन्हें गुजरात भ्रमण का निमंत्रण दिया। इसके पूर्व प्रतिनिधि मंडल ने प्रातः जंगल सफारी का भ्रमण किया। दोपहर भोजन के उपरांत पुरखौती मुक्तांगन, महंत घासीदास संग्रहालय और छत्तीसगढ़ हाट का भी भ्रमण किया गया। शाम 5:30 बजे सी एम हाउस में गुजरात विधानसभा के सदस्यों की मुलाकात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ हुई। इसके पूर्व 27 अगस्त को धार्मिक सांस्कृतिक नगरी राजिम स्थित राजीवलोचन मंदिर परिसर और महानदी, पैरी और सोंढूर नदियों के संगम में स्थित कुलेश्वर महादेव मंदिर का दर्शन व भ्रमण प्रतिनिधि मंडल को कराया गया। साथ ही पर्यटन स्थलों के प्राचीन इतिहास, पुरातत्त्व, पर्यटन और सांस्कृतिक परंपराओं से भी अवगत कराया गया। राजीवलोचन मंदिर के द्वार पर राजिम संस्कृत पाठशाला के विद्यार्थियों द्वारा शंखनाद और मंत्रोच्चार से अतिथियों का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। राजिम से प्रतिनिधिमंडल श्री वल्लभाचार्य की जन्मस्थली प्रसिद्ध वैष्णव पीठ चंपारण्य पहुंचे और महाप्रभु की बैठकी, हवेली सहित चित्र संग्रहालय के दर्शन किए। अतिथियों ने मध्यान्ह भोग भी वहीं ग्रहण किया। वहां से प्रतिनिधिमंडल छत्तीसगढ़ की प्राचीन राजधानी सिरपुर पहुंचे और वहां विश्व विख्यात लक्ष्मण मंदिर और संग्रहालय सहित उत्खनित स्थलों तिवरदेव विहार, सुरंगटीला पंचायतन शिव मंदिर का अवलोकन और गंधेश्वर शिव मंदिर का दर्शन किए। पुरातत्व व पर्यटन विभाग के अधिकारियों द्वारा राजिम व सिरपुर के इतिहास और पुरातत्त्व तथा छत्तीसगढ़ से गुजरात के प्राचीन संबंधों के विषय में जानकारी दी गई। छत्तीसगढ़ की मुख्य नदी, महानदी के बारे के प्रमुखता से जानकारी के तहत उत्तर से पश्चिम दिशा और छत्तीसगढ़ व उड़ीसा की संस्कृति को जोड़ते हुए राज्य के प्राचीन इतिहास, परंपरा, विभिन्न पुरातात्विक धरोहर, शिल्प कला, संग्रहालय परिसर स्थित धरोहर से राज्य के प्राचीनतम राज्य के पूरा वैभव की जानकारी प्राप्त कर माननीय प्रतिनिधि मंडल भाव विभोऱ हुआ। 30 अगस्त को दोपहर महत्वपूर्ण उपलब्धियों के साथ गुजरात विधानसभा के माननीय अध्यक्ष एवं सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल गुजरात रवाना होगा।