प्रतिबंध के बाद भी खुलेआम हो रही हैं प्लास्टिक की बिक्री, डिस्पोजल के कचरे से पटा हुआ चांटीडीह सब्ज़ी बाजार
बिलासपुर/अनीश गंधर्व. प्लास्टिक पर प्रतिबन्ध लगने के बाद पानी पाउच और डिस्पोजल के दाम बढ़ गए. बाजार में जमकर कालाबाज़ारी की जा रही हैं. खासकर शराब दुकानों के आस पास पानी पाउच व डिस्पोजल को दो गुना दाम बेचा जा रहा. चांटिडीह सब्ज़ी मंडी के आस पास चारों प्लास्टिक का कचरा फैला हुआ हैं. नगर निगम के कर्मचारी कचरा भी उठा रहे और न ही पलास्टिक के वस्तु बेचने वालो पर करवाई की जा रही हैं.
मालूम हो कि पालीथीन पर लगे एक माह से भी ज्यादा हो रहा हैं. व्यापारी खुलेआम काला बाज़ारी कर रहे हैं. पर्यावरण की रक्षा करने और लोगों से इसके उपयोग न करने की अपील की जा रही हैं किन्तु देश हित में कोई कदम उठाने को तैयार नहीं. मुनाफा खोरी करने वाले लोग प्लास्टिक का खुलेआम उपयोग कर रहे हैं. शराब दुकानों के आसपास एक रूपये में बिकने वाले प्लास्टिक के गिलास को पांच रूपये बेचा जा रहा हैं. शराबीयो द्वारा फेंका गया कचरा सब्जी मार्केट में फैला हुआ है. निगम द्वारा सफाई नहीं कराई गई है. बिलासपुर को स्वच्छ सिटी बनाने में सबसे ज्यादा प्लास्टिक का कचरा आड़े आ रहा हैं.
नाराज हैं पर्यावरण प्रेमी
पर्यावरण प्रेमी लगातार प्रयास कर रहे हैं कि प्लास्टिक से बने सामानो को उपयोग में ना जाये. केंद्रिय पर्यावरण मंत्रालय ने भी माना हैं कि पृथ्वी की रक्षा के प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाना अति आवश्यक हैं. केंद्रीय आदेश के बाद भी पालीथिन का उपयोग व्यापारी कर रहे हैं. इस कालाबाज़ारी को देख पर्यावरण प्रेमियों ने नाराज़गी जाहिर की है. उनका कहना है कि प्लास्टिक के प्रतिबन्ध के बाद साल दो साल में इसके परिणाम सामने आएंगे. किन्तु सम्बंधित विभाग के द्वारा करवाई न करना समझ से परे है.