रेलवे क्षेत्र में आदतन अपराधियों का आंतक, पीडि़तों ने आईजी से लगाई गुहार
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. रेलवे क्षेत्र के पोटर खोली, लोको कालोनी जीनत विहार, अन्नपूर्णा विहार, गणेश नगर, न्यू लोको कालोनी के निवासियों ने आदतन बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आईजी रतनलाल डांगी को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से आईजी को जानकारी देते कहा गया है कि नजरलालपारा सिरगिट्टी में रहने वाले तिवारी परिवार के सदस्यों द्वारा खुलेआम गुण्डागर्दी की जा रही है। राजेन्द्र, सुखदेव उर्फ छक्कू, गणेश, लोकेश तथा सागर तिवारी का नाम प्रमुखता से ज्ञापन में लिखा गया है। इनके विरूद्ध लोग शिकायत दर्ज कराने से डरते हैं जिसके चलते इन लोगों का हौसला बुलंद है।
वर्ष 2005 में सुखदेव व गणेश तिवारी अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर चुचुहिया पारा फाटक के पास सामाजिक व्यक्ति कुंदर सिंह की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गई थी। इस मामले में आरोपियों को सजा भी हुई थी बाद में पैरोल में जेल से समय- समय पर छुटने पर भी आपराधिक घटनाओं को अंजाम ये लोग देते चले आ रहे हैं। वर्ष 2018 में गणेश तिवारी द्वारा विद्युत कर्मी को जान से मारने का प्रयास भी किया गया था पुलिस कार्यवाही के बावजूद इन आरोपियों का आंतक थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी परिवार के सदस्य लोकेश तिवारी द्वारा एक मजदूर से 6 हजार रुपए लूट लिया था। इसी तरह तिवारी परिवार से सागर तिवारी ने अपने नौ साथियों के साथ मिलकर वर्ष 2020 में चुचुहियापारा में एक होटल व्यापारी को मौत के घाट उतार दिया था वह अभी जेल में बंद है। रेलवे क्षेत्र में आंतक फैलाने के लिए तिवारी परिवार द्वारा कुल 40 लोगों का गैंग तैयार किया गया है। कोरोना काल में गणेश तिवारी को जेल से छोडा गया था जब वह फिर से जेल दाखिल हो रहा था तो केन्द्रीय जेल परिसर में भी सुरक्षा कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की घटना हुई थी इस दौरान सिविल लाइन पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया था।
ज्ञापन में आगे बताया गया है कि कुंदन हत्या कांड में परमेन्द्र राव मराठा गवाह है जिसे निपटाने तिवारी द्वारा प्रयास किया जा रहा था। बीते 23 फरवरी को परमेन्द्र का भाई जितेन्द्र अपनी पत्नी के साथ पोटर खोली चौक पहुंचा था इस दौरान गणेश व लोकेश तिवारी ने जितेन्द्र पर जानलेवा हमला कर दिया। उक्त हादसे में अस्पताल ले जाने के दौरान जितेन्द्र की मौत हो गई। सिरगिट्टी पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। इस घटना के बाद मृतक के अंतेष्टी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने मोहल्ले वालों को तिवारी परिवार द्वारा जाने से मना किया जा रहा है, उनके द्वारा धमकी दी जा रही है कि जो कोई भी मृतक के घर गया उसे जिंदा नहीं छोड़ा जाएगा। तिवारी परिवार के आतंक से तंग मोहल्ला वासियों ने आईजी से मांग करते हुए कहा कि केन्द्रीय जेल में बंद इन आरोपियों को बस्तर स्थानांरित किया जाये क्योंकि केन्द्रीय जेल बिलासपुर के भीतर भी इनका ही सिक्का चलता है। वहीं तिवारी परिवार के अन्य सदस्य जो लोग खुलेआम गुण्डागर्दी कर रहे हैं उन पर जिला बदर की कार्रवाई की जाए।