सेंट्रल लाइब्रेरी की फ़ीस दुगने से भी ज्यादा करना ग़लत है,युवा पढ़ने वाले बच्चों पर आर्थिक बोझ बढ़ाने से परेशानी होगी- शैलेश
बिलासपुर. सरकार के पढ़ाई के लैंडमार्क चाहे स्वामी आत्मानंद स्कूल हो या सेंट्रल लाइब्रेरी,सभी पर बीजेपी सरकार की कुदृष्टि है कांग्रेस की सरकार के समय बनी सेंट्रल लाइब्रेरी जो कि पंडित शिव दुलारे मिश्र जी के नाम पर बनी है जो कि प्रथम विधायक थे बिलासपुर के और बीजेपी की सरकार उनके नाम को बदनाम कर रही है।सेंट्रल लाइब्रेरी बिलासपुर का शिक्षा का एक लैंडमार्क है और वहाँ पर युवा अपनी पढ़ाई करते है जिसकी फ़ीस केवल पाँच सौ रुपये रखी गई थी ताकि युवाओं पर आर्थिक बोझ न आए और वे अपनी पढ़ाई को अच्छे से कर सके लेकिन बीजेपी सरकार ने आज वहाँ की फ़ीस को दुगने से भी ज्यादा कर दिया है जो कि गलत है इससे उनपर बोझ पड़ेगा और वो शासन की इस सुविधा का उपयोग सही से नहीं कर सकेंगे।
शासन से माँग करता हूँ कि लाइब्रेरी के शुल्क में वृद्धि को वापस ले ले और छात्र हित में फैसला करे।