शहर में कदर नही, कर्नाटक में पर्यवेक्षक का तमगा
0 नगर विधायक का दीगर प्रान्तों में जलवा?
0 इससे पहले भी यूपी चुनाव में दी गई थी जिम्मेदारी
बिलासपुर/ अनिश गंधर्व. घर में जोगी जोगडा आन गाँव में सिद्ध। अपने नगर विधायक शैलेश पाण्डे पर ये कहावत एकदम फिट बैठती है। मामला भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा उन्हें कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बनाने का है। कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा के 224 सीटों के लिए मतदान और 13 मई को मतगणना का कर्यक्रम तय हुआ है।
दिलचस्प बात यह है कि अपने ही विधानसभा में भले उनकी कद्र नही है लेकिन दीगर राज्यो के वे स्टार प्रचारक है। ये हम नही बल्कि वे खुद कई बार शासन स्थानीय प्रशासन और अपनी ही पार्टी संगठन पर अपने अपमान का आरोप लगा चुके है। इससे पहले भी उन्हें यूपी चुनाव में जिम्मेदारी दी जा चुकी है।
वर्ष 2018 में आला कमान ने बिलासपुर से जैसे ही शैलेश पांडे को पार्टी को उम्मीदवार बनाया, उनके खिलाफ कांग्रेसी नेताओं ने जमकर हल्ला बोला, तोडफ़ोड़ की गई इसके बाद भी वे चुनाव जीतने में कामयाब हो गए। किंतु विरोधियों का गुस्सा आज भी शांत नहीं हुआ है, समय- समय पर नगर विधायक को नीचा दिखाने में कुछ कांग्रेसी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। एकला चलों की राह जैसे हालात आज भी बने हुए हैं। विधायक शैलेश पाण्डे को टीएस बाबा समर्थक होने के कारण कुछ कांग्रेसी नहीं पचा पा रहे हैं। चुनावी वर्ष में अगर कांग्रेसी नेता समन्वय बनाकर काम नहीं करेंगे तो परिणाम विपरित हो सकता है।