बिलासपुर. ग्राम सेवार में विराजित माता लक्ष्मी जी दर्शन करने पहुचे पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक माँ लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिए साथ ही ग्राम वासियों के अनुरोध पर अपने सुरीले आवाज से मन मोहने वाले सुप्रसिद्ध गायक शिव कुमार तिवारी ने अपने सुंदर भक्ति भजन से समा बंधा. साथ ही पूर्व
वर्धा. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के दर्शन एवं संस्कृति विभाग की ओर से भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित ‘हिंदुत्व: वैचारिक वि-औपनिवेशीकरण का दर्शन’ विषय पर 29 अगस्त को आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत समिश्र पद्धति से आयोजित विशिष्ट व्याख्यानमाला में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की सदस्य एवं बीपीएस महिला विश्वविद्यालय, सोनीपत
वर्धा. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के दर्शन एवं संस्कृति विभाग तथा डॉ. भदंत आनंद कौसल्यायन बौद्ध अध्ययन केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार, 16 मई को बुद्ध जयंती के पावन अवसर पर ‘अभिधम्म की विश्वदृष्टि’ विषय पर आयोजित वेबिनार में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. कमलेशदत्त त्रिपाठी ने कहा कि बुद्ध के महाकारुण्य का जागरण विश्व में करने का
वर्धा. भारतीय कला, संस्कृति तथा दर्शन के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए प्रसिद्ध दार्शनिक महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलपति प्रो.रजनीश कुमार शुक्ल को प्रथम भारती मंडन दर्शन रत्न सम्मान 2021 बिहार सरकार में कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. आलोक रंजन के कर कमलों से प्रदान किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. पूरे नौ दिनों तक मां जगतजननी की अलग-अलग स्वरूपों में अपने भक्तों को दर्शन देने के बाद अपने धाम के लिये निकल गई हैं। दुर्गा पंडालों में विराजमान हुई मां दुर्गा की प्रतिमाओं को गाजे-बाजे के साथ समितियों द्वारा विसर्जन किया जा रहा है। विधि विधान से पूजा अर्चना और हवन करने के
वर्धा. दार्शनिक डॉ. गीता मेहता ने कहा है कि आचार्य विनोबा भावे ने परम् सत्य का दर्शन कराया। डॉ. मेहता आज (बुधवार) महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में पाच दिवसीय अखिल भारतीय दर्शन परिषद के 65 वे अधिवेशन के दूसरे दिन ‘आचार्य विनोबा भावे का साम्य दर्शन’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में अध्यक्षीय वक्तव्य दे
वर्धा. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली एवं विश्वविद्यालय के दर्शन एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘योगदर्शन की समव्यवहारी प्रयोजनीयता’ विषय योग सप्ताह के संपूर्ति सत्र में बतौर मुख्य वक्ता इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रयागराज के दर्शनशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष एवं आईसीपीआर की कार्यकारिणी के सदस्य तथा