लवली ड्रेस के संचालक ने शास्त्री स्कूल के मुख्य द्वार को बनाया पार्किंग स्थल
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. निजी स्कूलों से सौदा कर ड्रेस बेचने वाले लवली ड्रेसेस के संचालक का हौसला इतना बुलंद है कि लाल बहादुर शास्त्री स्कूल के मुख्य द्वार को अपना पार्किंग बना लिया है। निजी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों के अभिभावकों को लवली ड्रेस से सामान खरीदने के लिये बाध्य किया गया है यह सब कमीशन के लिये किया गया है। एक ओर सिटी कोतवाली मुख्य मार्ग होने के कारण दुकान संचालक द्वारा पार्किंग के लिये हरदेव लाल मंदिर के सामने वाहन खड़ा करने का बोर्ड भी चस्पा किया गया है तो वहीं दूसरी दुकान संचालक द्वारा दोपहिया वाहनों को लाल बहादुर शास्त्री स्कूल के मुख्य द्वार पर जबरिया खड़ा कराया जा रहा है।
मालूम हो कि 15 जून से सरकारी व निजी स्कूलों में प्रवेश प्रारंभ हो चुका है। निजी स्कूलों से सांठगांठ कर लवली ड्रेसेस का संचालक वर्षों से दोगुने दाम पर स्कूली सामान बेच रहा है। इस छोटे से दुकान में पैर रखने की जगह भी नहीं है। दुकान संचालक द्वारा टोकन देकर ग्राहकों को प्रवेश दिया जा रहा है। अभिभावक अपनी बारी का इंतजार करते करते थक जा रहे हैं, उनके बैठने के लिये भी व्यवस्था नहीं की गई है। दुधमुंहे बच्चा लेकर आई महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। दुकान संचालक का हौसला इतना बुलंद है कि लाल बहादुर शास्त्री सरकारी स्कूल के मुख्य द्वार पर कब्जा कर लिया गया है। सामान खरीदने आने वाले ग्राहकों के दोपहिया वाहनों को जबरिया घसीटकर स्कूल के मुख्य द्वार पार्किंग की जा रही है। नगर निगम का अतिक्रमण विभाग जहां एक छोटे से ठेला संचालक के सामानों को जब्त करने में जरा भी देर नहीं करते, तो उन्हें सरकारी स्कूल के मुख्य द्वार पर कब्जा करने वाले लवली डे्रेसेस के संचालक पर जुर्माना वसूलने की कार्यवाही करनी चाहिए।