नीरज चोपड़ा ने जगाई मेडल की उम्मीद, जेवलिन थ्रो फाइनल में बनाई जगह
टोक्यो. भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक की भाला फेंक प्रतियोगिता के ग्रुप ए क्वालीफिकेशन में बुधवार को अपने पहले ही प्रयास में 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन हासिल करते हुए फाइनल में जगह बनाई. ओलंपिक में डेब्यू कर रहे चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में भाले को 86.65 मीटर की दूरी तक फेंककर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया और भारत के लिए पदक की उम्मीद जगाई.
नीरज चोपड़ा ने जगाई मेडल की उम्मीद
एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता चोपड़ा ने फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के बाद अपने बाकी दो प्रयास नहीं करने का फैसला किया. चोपड़ा ने पदक की उम्मीद जगाई. क्वालीफिकेशन में तीन प्रयास का मौका मिलता है, जिसमें से सर्वश्रेष्ठ प्रयास को गिना जाता है. पूर्व विश्व जूनियर चैंपियन चोपड़ा ग्रुप ए में 16 खिलाड़ियों के बीच शीर्ष पर रहे. उनका निजी और सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 88.07 मीटर है जो उन्होंने मार्च 2021 में पटियाला में इंडियन ग्रां प्री 3 में बनाया था.
जेवलिन थ्रो फाइनल में बनाई जगह
ग्रुप ए से रियो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहे और टोक्यो ओलंपिक खेलों में खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे जर्मनी के योहानेस वेटेर (85.65 मीटर) और फिनलैंड के लेसी एटलेटालो (84.50 मीटर) भी क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहते हुए स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करने में सफल रहे. दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी वेटेर ने अपने तीसरे जबकि लेसी ने पहले ही प्रयास में फाइनल में जगह बनाई. एटलेटालो का यह प्रयास उनका सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
पहली ही थ्रो पर फाइनल में जगह बनाई
भारतीय सेना के चोपड़ा की ओलंपिक की तैयारियां 2019 में कोहनी की चोट और फिर कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित हुई थी, लेकिन उन्होंने अपने प्रशंसकों को बिल्कुल निराश नहीं किया और ओलंपिक में अपनी पहली ही थ्रो पर फाइनल में जगह बना ली. भाला फेंक में ग्रुप ए और ग्रुप बी से 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करने वाले खिलाड़ियों सहित शीर्ष 12 खिलाड़ी फाइनल में जगह बनाएंगे. फाइनल सात अगस्त को होंगे. ग्रुप बी में आज ही भारत के शिवपाल सिंह भी फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की चुनौती पेश करेंगे.