October 7, 2024

इतनी देर से ज्यादा नहाना है खतरनाक, जानें नहाने का आयुर्वेदिक तरीका

(प्रतीकात्मक फोटो)

रोज सुबह नहाना एक अच्छी आदत है, जिससे शरीर और दिमाग रिफ्रेश महसूस करता है और फोकस बढ़ जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नहाने का आयुर्वेदिक तरीका क्या है? क्योंकि, ज्यादा देर तक नहाना शरीर के लिए खतरनाक है. जिससे ड्राई स्किन की समस्या हो सकती है. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. रेखा ने ड्राई स्किन से बचने के लिए नहाने का आयुर्वेदिक तरीका (Ayurvedic way of bathing) बताया है. आइए जानते हैं नहाने का सही तरीका क्या है?

Ayurveda : सबसे पहले करें अभ्यंग
डॉ. रेखा के मुताबिक, नहाने से 10 मिनट पहले अभ्यंग करना चाहिए. अभ्यंग का मतलब सिर में तेल की मालिश (ayurvedic hair oil) करना है. आयुर्वेद के मुताबिक, पतले लोगों (वात) को माशा तेल, मध्यम शरीर वाले लोगों (पित्त) को क्षीरबला तेल लगाना चाहिए. वहीं, भारी शरीर वाले लोगों (कफ) को मालिश नहीं करनी चाहिए. वहीं, तिल का तेल सभी प्रकार की त्वचा के लिए ठीक रहता है.

Ayurvedic Bathing: कितनी देर नहाएं
आयुर्वेद के मुताबिक, 10 मिनट से ज्यादा बहते पानी के संपर्क में रहना या नहाना हानिकारक हो सकता है. क्योंकि, जितना ज्यादा समय आप बहते पानी के नीचे रहते हैं, अपकी त्वचा से प्राकृतिक तेल खोने का खतरा उतना ही बढ़ जाता है.

आयुर्वेदिक नहाना: नहाने के लिए कैसा पानी इस्तेमाल करें
Ayurveda का शॉवर टिप है कि नहाने के लिए ठंडे पानी से ज्यादा गुनगुना पानी ज्यादा फायदेमंद है. ज्यादा गर्म या ठंडे पानी से नहाने पर स्किन ड्राई हो सकती है.

Shower Tips: बाल्टी से नहाएं
आयुर्वेद शॉवर की जगह बाल्टी से नहाने की सलाह देता है. क्योंकि, इससे सिर से पैर तक पानी धीरे-धीरे जाता है. जो कि त्वचा की कोमलता को बरकरार रखता है और शॉवर के तेज बहाव के मुकाबले नैचुरल ऑयल को बरकरार भी रखता है.

नैचुरल साबुन या माइल्ड शॉवर जेल (Mild Shower Gel)
नहाने के लिए माइल्ड शॉवर जेल (Shower Gel) या प्राकृतिक साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए. आप प्राकृतिक साबुन की जगह एक हर्बल पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के मुताबिक, नहाने का हर्बल पाउडर बनाने के लिए त्रिफला पाउडर, बेल का पाउडर और हरे चने का पाउडर बराबर मात्रा में मिलाएं.

Ayurvedic Moisturizer: आखिरी में लगाएं ये तेल
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. रेखा कहती हैं कि नहाने के आखिरी में गीली त्वचा पर ही थोड़ा-सा तिल का तेल (dry skin moisturizer) लगाना चाहिए. इसके बाद मुलायम तौलिये से त्वचा को सुखाना चाहिए. यह बाजार वाले मॉश्चराइजर का बेहतरीन विकल्प है. यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.

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