कतियापारा शीतला मंदिर में फाग गीत के साथ मनाया गया उत्सव
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. होली त्यौहार के करीब आते ही शहर के गली कूचों में फाग गायन का दौर शुरू हो गया है। राधा-कृष्ण की महिमा को वर्णित करते हुए परंपरागत गीतों का गायन कर लोग जमकर उत्साह मना रहे हैं। जय अंबे लहरी सेवा मंडली के सदस्यों ने शीतला मंदिर कतियापारा के प्रांगण में बैठकर होली गीत गाकर जोरदार उत्साह मनाया। इस दौरान जमकर रंग और गुलाल उड़ाये गये। बसंत पर्व ही हरियाली के साथ साथ लोगों का मन भी परिवर्तन हो जाता है। होली त्यौहार के लगभग एक पखवाड़े पूर्व से ही लोग फाग गाने में जुट जाते हैं। होली त्यौहार के समापन के बाद तेरस को फाग गीतों का समापन कराने की प्रथा शुरू से चली आ रही है। कतियापारा फाग गीतों के लिए शहर में जाना पहचाना जाता है। जय अंबे लहरी सेवा मंडली के द्वारा शहर में आमंत्रण के अनुसार जोरदार प्रस्तुति देती है। शीलता मंदिर में हुए रंगारंग आयोजन में मोहल्ले भर के लोगों में भारी उत्साह का माहौल बना हुआ था। कोरोना काल में भी लोग एक दूसरे से गले मिलकर वर्षों पुरानी पंरपरा को निभाने से नहीं चुक रहे हैं। नंगाड़ा, मांदर, झांझ-मंजीरा जैसे वाद्य यंत्रों के साथ अंबे लहरी सेवा मंडली के प्रमुख गोवर्धन दास मानिकपुरी ने अपने भजन मंडली के माध्यम से होली पर आधारित लोक गीत प्रस्तुत किए। इस दौरान भाजपा नेता भागवत गुप्ता सहित मोहल्ले के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।