April 28, 2024

China की चालबाजी : Border Dispute के शांतिपूर्ण समाधान की बातों के बीच Advanced Weapons की कर रहा तैनाती


बीजिंग. चीन (China) सीमा पर भारत (India) के साथ तनाव बढ़ाने की कोशिशों में लगा हुआ है. एक तरफ वह शांतिपूर्ण समाधान की बात कर रहा है और दूसरी तरफ उसने भारत से लगी सीमा पर नई हथियार प्रणालियां जुटानीं शुरू कर दी हैं. न्यूज एजेंसी ANI ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन की हरकतें सीमा विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए की जा रहीं कोशिशों को जटिल बना रही हैं.

Rapid-Fire Mortars होंगे तैनात

वहीं, एशिया टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने मोबाइल हिट एंड रन फायरिंग पोजिशन्स के लिए नए सेल्फ-प्रोपेल्ड रैपिड-फायर मोर्टार (Self-Propelled Rapid-Fire Mortars) की तैनाती का ऐलान किया है. इससे पहले भी चीन कई ऐसी गतिविधियों को अंजाम दे चुका है, जिससे दोनों देशों के बीच एक बार फिर विवाद बढ़ने की आशंका है.

ऐसी है China की तैयारी

रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग ने इससे पहले सेल्फ-प्रोपेल्ड होवित्जर, हथियारबंद असॉल्ट व्हीकल और लंबी दूरी के मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम तैनात किए हैं. मिसाइल सिस्टम और रॉकेट को HQ-17A फील्ड एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम (HQ-17A Field Air Defense Missile System) और PHL-11 122 मिलीमीटर कैलिबर सेल्फ-प्रोपेल्ड मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम (PHL-11 122mm Caliber Self-Propelled Multiple Rocket Launcher System) के तौर पर पहचाना गया है.

हर चाल पर है India की नजर

रिपोर्ट में विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि पहाड़ी इलाकों में नए सेल्फ-प्रोपेल्ड रैपिड-फायर मोर्टार की तैनाती चीनी सेना के लिए फायदेमंद हो सकती है. इससे उसे दुश्मन को सटीक निशाना बनाने में मदद मिलेगी. गौरतलब है कि चीन की हरकतों से भारत भी वाकिफ है. हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि चीन के साथ भारत का रिश्ता दोराहे पर खड़ा है. इस बात को लेकर विश्वास नहीं है कि चीनी पक्ष अपने वादों और दोनों देशों के बीच हुए समझौतों का पालन करेगा या नहीं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post Kim Jong Un ने दिया Pigeons और Cats को मारने का आदेश, China से कोरोना वायरस North Korea लाने का शक
Next post बेलारूस पर बैन लगाने की तैयारी में EU, लेकिन लुकाशेंको के समर्थन में आगे आया रूस
error: Content is protected !!