भारत ज्ञान का केंद्र था, लेकिन इसका इतिहास गलत तरीके से लिखा गया : सुखरिया
ज्ञात अज्ञात स्वतंत्र सेनानी इंटरनशिप कार्यक्रम के ट्रेनिंग सेशन का आयोजन छात्र कल्याण में द्वारा ऑनलाइन माध्यम से किया गया । इसके उद्घाटन सत्र में संबोधित करते हुए अभाविप के मध्य क्षेत्र के संगठन मंत्री क्षेत्र सुखारिया ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ज्ञान का केंद्र था । उन्होंने कहा कि देश का दुर्भाग्य रहा की देश का इतिहास गलत तरीके से लिखा गया। छात्र कल्याण न्यास अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद क्या एक पहल है अभाविप के अंतर्गत युवा आज भी देश हित के लिए समर्पित है उसी के तहत इस कार्यक्रम के अंतर्गत हमें स्वतंत्रता सेनानियों को फिर से पटल पर लाने की कोशिश करेंगे। इस सत्र के वक्ता गुरु घासीदास विश्वविद्यालय सोशल साइंस के डीन इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष मिश्रा रहे। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर हमारी नई पीढ़ी चिंतन कर रही है तो निश्चित रूप से सुखद अनुभव है। कभी विद्यार्थी स्तर के कार्यक्रम से जोड़ते हैं बहुत ही सुखद अनुभव होता है। तमाम ऐसे नायक रहे जिन्होंने संघर्ष किया अपना बलिदान दिया, उनका पूरा परिवार बलिदान हो गया। लेकिन आज भी हमारे इतिहास का हिस्सा नहीं है ऐसे लोगों को चिन्हित करना ही हमारा लक्ष्य है। तेरे सत्र के वक्ता के रूप में सहायक प्रोफेसर अमित बघेल छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह प्रोग्राम अपने आप में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम है इस पावन कार्यक्रम में अभाव बहुत ही अच्छा काम करने जा रही है जो हमारे ज्ञात अज्ञात स्वतंत्रा सेनानी है उनके लिए एक सर्वेक्षण का काम करना अपने आप में एक सुखद अनुभव है। वही अभाविप के प्रांत सहसंगठन मंत्री महेश साकेत ने छात्रों को इंटर्नशिप के आने वाली परेशानियों और उससे निजात पाने के तरीकों के ऊपर अपना वक्तव्य रखा। उन्होंने बताया कि अगर नौजवान चाहते देश का इतिहास बदल सकते हैं आज हम उसी के तहत अपने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले सभी अनजाने वीरों को इस इंटर्नशिप माध्यम से याद करेंगे। वही दिन के आखिरी सत्र में इस कार्यक्रम के समन्वयक और अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अमन कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज 75 वर्ष बाद हमें यह मौका मिल रहा है कि मैं अपने देश के लिए कुछ करें और इस विषय को देखते हुए हम एक बहुत महत्वपूर्ण काम करने जा रहे हैं यह इंटर्नशिप उन सभी सेनानियों के लिए एक श्रद्धांजलि होगी। यह एक बहुत ही पावन गर्व वाला काम हैं। वही कार्यक्रम के अंत में अभाविप के प्रांत संगठन मंत्री प्रदीप मेहता ने छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में छत्तीसगढ़ का भी एक बहुत ही महत्वपूर्ण और बहुत ही बड़ा योगदान रहा है। समझाया कि कैसे पंडित सुंदरलाल शर्मा और छोटे लाल श्रीवास्तव ने आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र उपास्थित रहे।