April 30, 2024

कांग्रेस का जय भारत सत्याग्रह जोरों पर

  • अब होगी शहरों, कस्बों में नुक्कड़ सभायें
  • राहुल गांधी से मोदी सरकार डरी हुई – मोहन मरकाम

रायपुर.   जय भारत सत्याग्रह में कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार की अडानी परस्ती नीति और लोकतंत्र विरोधी चरित्र को बेनकाब कर रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में जय भारत सत्याग्रह चला रही है। जनता के बीच घोटाले के तथ्यों को लेकर पत्रकारवार्ताये प्रदेश, जिलों और ब्लाकों में आयोजित किया गया। सभी जिलों में मशाल रैली निकाली गयी। अब 15 अप्रैल से 20 अप्रैल तक ब्लाक, शहरो और कस्बों में कांग्रेस के पदाधिकारी नुक्कड़ सभा कर मोदी सरकार को बेनकाब करेंगे। पोस्टकार्ड अभियान, सोशल मीडिया कैपेन चला रहा है। इसके बाद संभागीय सम्मेलन और प्रदेश स्तरीय रैली कर मोदी सरकार के तानाशाही रवैय्ये के खिलाफ जन जागरण अभियान चलाया जायेगा। अप्रैल के अंतिम सप्ताह में प्रदेश स्तरीय रैली, एक दिन का उपवास सभी जिले में गांधी जी के प्रतिमा के समक्ष सार्वजनिक स्थानों पर किया जायेगा।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि अडानी समूह ने देश का सबसे बड़ा घोटाला कर दिया। देश की सारी विपक्षी पार्टियां घोटाले की जांच की मांग कर रही है। लेकिन सत्ता में बैठी भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अडानी के घोटाले की जांच करवाने के लिये तैयार नहीं है। प्रधानमंत्री अडानी के घोटाले की जांच से डर क्यों रहे है? अडानी के घोटाले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रधानमंत्री से मात्र तीन सवाल पूछे थे। उनका जवाब देने के बजाये उनकी संसद सदस्यता खत्म करने की साजिश रची गयी। राहुल गांधी से मोदी सरकार डरी हुई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि हिंडेनबर्ग खुलासे के लंबा समय बीत जाने के बावजूद अब तक ना कोई एफआईआर, ना किसी भी तरह की जांच का आदेश? आखिर मोदी सरकार मौन क्यों है? हिंडनर्बग के रिपोर्ट में उजागर आर्थिक अनियमितता, मनी लांड्रिंग, ब्लैक मनी और विदेशों में फर्जी सेल कंपनियां बनाकर किए जा रहे हैं फर्जीवाड़े पर भाजपा और मोदी सरकार को भी भागीदार है। अडानी से भाजपा को सपोर्ट मिलता है, चुनाव लड़ने के लिए पैसा मिलता है और इसीलिए अडानी को बचाने उसके फर्जीवाड़े पर मोदी सरकार पर्दा डाल रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि देश की जनता को यह जानने का अधिकार है कि आखिर सरकारी बैंकों से अडानी को अनुपातहीन लोन किस के दबाव में दिया गया? षड्यंत्र उजागर होने के बाद भी एलआईसी का पैसा क्यों दबाव पूर्वक अडानी की कंपनी में लगवाया जा रहा है? एलआईसी और एसबीआई देश की जनता का भरोसा है, जिसे षडयंत्र पूर्वक व्यक्तिगत लाभ के लिए अपने पूंजीपत मित्र पर लुटाया जा रहा है। लाखों करोड़ के मनी लांड्रिंग, ब्लैकमनी, विदेशों में फर्जी सेल कंपनी बनाकर अडानी की कंपनी में लगाने के तथ्य उजागर हुए हैं। बाजार में निगरानी रखने की जिम्मेदारी “सेबी“ की होती है, लेकिन मोदी सरकार के दबाव में सेबी भी मौन है।

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