राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर मुक्त सदन विमर्श आज
वर्धा. राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद एवं शिक्षा विभाग, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा महाराष्ट्र के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत नेशनल प्रोफेशनल स्टॅर्न्डडस् फॉर टीचर्स पर मुक्त सदन विमर्श का आयोजन बुधवार 29 दिसंबर को दोपहर 3.00 बजे विश्वविद्यालय के गालिब सभागार में कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में किया जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत शिक्षकों के व्यावसायिक मानको के निर्धारण को अंतिम रूप देने के लिए विमर्श करने हेतु देश के पंधरा विश्वविद्यालयों को चुना गया है जिसमें हिंदी विश्वविद्यालय को स्थान मिला है। इस कार्यक्रम में एन. सी. टी. ई. की सदस्य सचिव श्रीमती केसांग यांगज़ोम शेरपा एवं एन. सी. टी. ई. के अवर सचिव डी के चतुर्वेदी विशिष्ट वक्तव्य देंगे। कार्यक्रम में डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर, मध्यप्रदेश की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता उद्घाटन वक्तव्य देंगी। कार्यक्रम का स्वागत वक्तव्य एवं विषय प्रर्वतन विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. गोपाल कृष्ण ठाकुर करेंगे तथा शिक्षा विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो. मनोज कुमार धन्यवाद ज्ञापित करेंगे। उद्घाटन सत्र के बाद तकनीकी सत्र में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के पूर्व अध्यक्ष, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के प्रो. चंद्र भूषण शर्मा, मुबंई विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग की अध्यक्ष प्रो. सुनीता मगरे, शिक्षण शास्त्र संकुल, स्वामी रामानंद तीर्थ मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, नांदेड के निदेशक प्रो. डॉ. चंद्रकांत राघो बाविस्कर, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय, नागपुर के शिक्षा विभाग की अध्यक्ष प्रो. राजश्री वैष्णव, संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय, के शारीरिक शिक्षा के निदेशक डॉ. अविनाश आसनारे अपने विचार व्यक्त करेंगे। मुक्त सदन विमर्श के तहत प्रश्न उत्तर सत्र में प्रतिभागियों द्वारा विचार व्यक्त किये जायेंगे। कार्यक्रम का प्रतिवेदन डॉ. आर. पुष्पा नामदेव, डॉ. हरीश पांडेय, डॉ. राम अवध प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम का संपूर्ति वक्तव्य विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. गोपाल कृष्ण ठाकुर देंगे। शिक्षा विभाग के प्रो. शिरीष पाल सिंह धन्यवाद ज्ञापित करेंगे। सत्र का संचालन डॉ. चंद्रशेखर पाण्डेय एवं डॉ. सीमा बर्गट करेंगी। कार्यक्रम के सह-समन्वयक डॉ. योगेंद्र बाबू तथा कार्यक्रम संयोजक प्रो. शिरीष पाल सिंह होंगे। कार्यक्रम के निदेशक प्रो. गोपाल कृष्ण ठाकुर रहेंगे।