May 9, 2024

वीकेन्ड फॉर 4सी एयरपोर्ट धरने में शामिल हुये मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा

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बिलासपुर. हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति द्वारा संचालित वीकेन्ड फॉर 4सी एयरपोर्ट धरने में मुख्यमंत्री के कृषि विकास सलाहकार प्रदीप शर्मा भी शामिल हुये। प्रदीप शर्मा के द्वारा ना केवल 4सी एयरपोर्ट की मांग का समर्थन किया गया बल्कि यह भी कहा गया कि बिलासपुर संभाग से बड़ी मात्रा में फल, फूल और सब्जी का निर्यात महानगरों तक किया जा सकता है और इसके लिये एयरपोर्ट को 4सी के साथ-साथ कार्गो एयरपोर्ट का भी दर्जा दिया जाना चाहिये।

धरने की सभा में बोलते हुए श्री शर्मा ने कहा कि रनवे विस्तार करते समय रनवे के दोनों छोर में लगभग 200-200 मीटर का निर्माण अधिक मजबूती से करने पर 4सी का ही रनवे कार्गो (मालवाही) विमानों के बोझ को सहने में सक्षम हो जाता है। ऐसा करने पर एयरपोर्ट में बने हुए वेयर हाउस से फल,फूल और सब्जी आदि का निर्यात सुगमता से किया जा सकता है। बिलासपुर एयरपोर्ट के पास वर्तमान में लगभग 450 एकड़ जमीन है और रनवे विस्तार के लिये भले 200 एकड़ भूमि चाहिये हो, वेयर हाउस आदि के लिए पर्याप्त भूमि पहले से उपलब्ध है।

धरने कि सभा को प्रियंका मीणा, रंजीत सिंह खनूजा, किशोरी लाल गुप्ता, जयदीप राबिन्सन, महेन्द्र गंगोत्री, राघवेन्द्र सिंह, ब्रम्हदेव सिंह ठाकुर ने भी संबोधित किया। आभार प्रदर्शन महेश दुबे टाटा के द्वारा किया गया। वीकेन्ड धरना आंदोलन को दूसरे दिन भी अच्छा प्रतिसाद मिला और धरने में आगमन के क्रम से सर्वश्री बद्री यादव, संजय पिल्ले, विजय वर्मा, रितेश पाण्डेय, सी.एल मीणा, नरेश यादव, कृष्ण कुमार घोरे प्रकाश बहरानी, चित्रकांत श्रीवास, मनोज श्रीवास, केशव गोरख, नवीन वर्मा, संतोष पीपलवा, अनिल गुलहरे, शालिकराम पाण्डेय, अमित नागदेव, रघुराज सिंह, पवन पाण्डेय एवं सुदीप श्रीवास्तव शामिल हुये ।

रायगढ़-अम्बिकापुर-महासमुंद-जगदलपुर में भी पैसेंजर/लोकल ट्रेनों का संचालन हो : छात्र युवा रेल्वे जोन संघर्ष समिति ने दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे ने मजदूर कांग्रेस के द्वारा 9 मार्च प्रातः 11.00 बजे से 1.00 बजे तक रेल्वे स्टेशन पर दिये जा रहे धरना आंदोलन को समर्थन देने का निर्णय लिया है और कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में इस धरने में शामिल होकर रेल्वे के निजीकरण और व्यवसायीकरण का विरोध करे। गौरतलब है कि रेल्वे के द्वारा कोरोनाकाल की आड़ में सामान्य ट्रेनों को भी स्पेशल के नाम पर चलाया जा रहा है और इसके इस हेतु आम नागरिकों से दोगुना किराया वसूला जा रहा है। यही नही एमसएटी से लेकर सीनियर सिटीजन समेत समस्त प्रकार की छूट बंद कर दी गई है जबकि केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा कोरोना महामारी के नाम पर लगाये गये सभी यात्रा प्रतिबंध हटा लिये गये है। अर्थात् कोई कारण नहीं है कि रेल्वे कोरोना के नाम पर इस तरह मुनाफा खोरी करे। समिति ने बताया कि बंगाल राज्य में सामान्य ट्रेने सामान्य किराये से चल रही है। तो एैसा छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं हो सकता। समिति ने रायगढ़, अम्बिकापुर, महासमुंद और जगदलपुर में भी पैसेंजर/लोकल ट्रेने चलाने की मांग की जोकि कोरोना के समय से ही बंद पड़ी है और यात्रियों को परेशानी हो रही है।

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