May 10, 2024

एक क्लिक में पढ़ें बिलासपुर की ख़ास खबरें…

जिले में शुरू हुई 186 बालवाड़ियां : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नई शिक्षा नीति के अनुसार खेल-खेल में बच्चों के सीखने और समझने की क्षमता को विकसित करने के लिए आज अपने निवास कार्यालय से शिक्षक दिवस के अवसर पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये प्रदेश में बालवाड़ी योजना का शुभारंभ किया। योजना की थीम ‘‘जाबो बालवाड़ी बढ़ाबो शिक्षा की गाड़ी’’ पर आधारित है। बिलासपुर जिले में भी 186 बालवाड़ियां आज से शुरू हुई है।  बालवाड़ी योजना के माध्यम सेे नन्हें बच्चे खेल-खेल में स्कूली माहौल के अनुरूप तैयार होंगे। जिले में नई शिक्षा नीति के अनुरूप 5 से 6 वर्ष तक के 1 हजार 674 बच्चों को इस योजना से फायदा मिल रहा है। बालवाड़ी योजना का उद्देश्य बच्चों का मानसिक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक विकास करना है ताकि बच्चे पहलीं कक्षा में जाये तो वह उसके लिए पूरी तरह से तैयार हो चुके हो। उल्लेखनीय है कि बिल्हा विकासखण्ड में 39 बालवाड़ी, कोटा विकासखण्ड में 57, मस्तूरी विकासखण्ड में 31 और तखतपुर विकासखण्ड मेें 53 बालवाड़ियां संचालित की जा रही है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने की गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 5.09 करोड़ रूपए की राशि जारी  : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना की 51वीं किश्त की राशि 5 करोड़ 9 लाख रूपये हितग्राहियों को उनके बैंक खातों में अंतरित की। इसमें बिलासपुर जिले के 1 हजार 20 पशुपालकों के खातों में अंतरित की गई 4.33 लाख रूपये की राशि भी शामिल है। गोधन न्याय योजना के तहत जिले में 16 से 31 अगस्त तक 281 गोठानों में पशुपालकों से 2017 क्विंटल गोबर खरीदी की गई थी। गौरतलब है कि योजना प्रारंभ होने के 2 साल के भीतर ही इस योजना के माध्यम से गांवों में रोजगार के नये अवसर सृजित हुये है। यह योजना ग्राम सुराज और स्वावलंबी गांव के सपनों को साकार करने की ओर मजबूत कदम है। जिले में इस योजना के तहत 101 स्वावलंबी गोठान बन चुके है। जिले में 317 गोठानों में गोबर खरीदी की जा रही है, जिनमें 301 ग्रामीण गोठान हैै एवं 16 शहरी गोठान है। योजना प्रारंभ से अब तक 2 लाख 27 हजार 580 क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है। 7 हजार हितग्राहियों को 4 करोड़ 55 लाख 16 हजार रूपये का भुगतान किया गया है।

शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षक हुए सम्मानित : शिक्षक दिवस पर आज छत्तीसगढ़ तृतीय कर्मचारी संघ बिलासपुर शाखा द्वारा आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह एवं कर्मचारी स्नेह सम्मलेन में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सेवानिवृत्त 110 और समारोह में उपस्थित सभी शिक्षकों को सम्मानित किया गया। समारोह का आयोजन आज यहां सिंचाई विभाग के प्रार्थना भवन में किया गया। कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती हर्षिता पाण्डेय, संभागीय शिक्षा कार्यालय के उप संचालक एस.के.प्रसाद, समाज सेविका श्रीमती ऋतु पाण्डेय, सेवानिवृत्त शिक्षक एवं सामााजिक कार्यकर्ता संतोष कौशिक, वरिष्ठ पत्रकार एवं सीजी वॉल के संपादक रूद्र अवस्थी, छ.ग. प्रगतिशील पेंशनर कल्याण श्रम के प्रांताध्यक्ष आर.पी.शर्मा, ट्रेड यूनियन काउंसिल के अध्यक्ष पी.आर. यादव, छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी, छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ एवं प्रांतीय संयोजक श्री कमल वर्मा विशेष रूप से मौजूद थे। अतिथियों ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक ही बेहतर सामाज का निर्माण करते है। शिक्षकों की भूमिका बच्चों के भविष्य और देश तथा समाज के निर्माण में सर्वाेपरी है, इसलिए गुरूओं को भगवान से बढ़कर दर्जा दिया गया है।  शिक्षक सक्रिय रूप से नवाचार करने हेतु प्रेरित होते है तो वे शिक्षा प्रणाली को एक नया रूप दे सकते है। छत्तीसगढ़ तृतीय कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष पी.आर.कौशिक और कार्यक्रम आयोजन समिति के अध्यक्ष देवेन्द्र पटेल ने कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में चंद्रशेखर पाण्डेय, देवेन्द्र ठाकुर, श्रीकांत मिश्रा, सुमन पाण्डेय, लवकांत द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु जयरामनगर में 30 सितम्बर को लोक सुनवाई : मस्तूरी तहसील के ग्राम जयरामनगर में स्थापित मेसर्स कान्हा मिनरल्स को पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए 30 सितम्बर 2022 को लोक सुनवाई का आयोजन किया गया है। ये लोक सुनवाई उक्त तिथि को जयरामनगर स्टेडियम, जयरामनगर, तहसील मस्तूरी, जिला बिलासपुर में दोपहर 12 बजे से शुरू होगी। कम्पनी ने अपनी वर्तमान उद्योग की विभिन्न ईकाईयों के विस्तार के लिए पर्यावरण संरक्षण मण्डल, रायपुर में आवेदन किया है। स्वीकृति के पूर्व आम जनता का अभिमत जानने के लिए उक्त तिथि को ग्राम जयरामनगर में जिला प्रशासन द्वारा लोक सुनवाई का आयोजन किया गया है।

जिले में अब तक 1214.7 मि.मी. औसत बारिश दर्ज  : बिलासपुर जिले में चालू खरीफ मौसम में अब तक 1214.7 मि.मी. बारिश दर्ज की गई है। जो कि पिछले 10 वर्ष के औसत बारिश 902.3 मि.मी. से 312.4 मि.मी. अधिक है। अधीक्षक भू अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार सबसे अधिक बारिश 1475.6 मि.मी. बिलासपुर तहसील में और सबसे कम बारिश 860.4 मि.मी. रतनपुर में रिकार्ड की गई है। इसी प्रकार बिल्हा तहसील में 1151.4 मि.मी., मस्तूरी में 1191.6 मि.मी., तखतपुर में 1322.3 मि.मी., कोटा में 1288.8 मि.मी., सीपत में 1243.4 मि.मी., बोदरी में 1350.9 मि.मी., बेलगहना में 1048.4 मि.मी. बारिश रिकार्ड की गई है। जिले की औसत वार्षिक वर्षा 1198.3 मि.मी. है।

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