April 27, 2024

एक क्लिक में पढ़े बिलासपुर की ख़ास खबरेँ…

एव्हीएफओ चयन के लिए पात्रता सूची प्रकाशित, दावा आपत्ति 10 फरवरी तक  : डीएमएफ मद से पशु चिकित्सा विभाग द्वारा एव्हीएफओ के पदों पर जारी भरती प्रक्रिया के अंतर्गत पात्र-अपात्र उम्मीदवारों की सूची का प्रकाशन कर दिया गया है। आवेदक पुराना कम्पोजिट बिल्डिंग स्थित संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा कार्यालय में 6 फरवरी से लेकर 10 फरवरी तक अवलोकन कर दावा आपत्ति प्रस्तुत कर सकते हैं। विभाग द्वारा प्राप्त दावा-आपत्तियों का निराकरण करने के उपरांत सूची का प्रकाशन 15 फरवरी 2023 को किया जाएगा, जिसका अवलोकन 17 फरवरी तक किया जा सकेगा। संयुक्त संचालक ने बताया कि डीएमएफ के मद से एव्हीएफओ के 26 पदों पर भरती की कार्यवाही की जा रही है। इसके लिए निर्धारित तिथि तक 274 आवेदन विभाग को मिले थे, जिसमें बिलासपुर जिले से 35 आवेदन और बिलासपुर संभाग से 67 आवेदन शामिल है।

ग्राम जल स्वच्छता समिति के पदाधिकारियों का चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शुरू  : जिले में जल जीवन मिशन अंतर्गत प्रमुख संसाधन केंद्र का चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शुरू हुआ। प्रशिक्षण का आयेाजन पीएचई विभाग वि द पिपुल संस्था के सहयोग से किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कोटा ब्लाॅक एवं तखतपुर ब्लाॅक के कुल 20 गांवों के प्रशिक्षु शामिल हुए। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी वि द पिपुल के तहत चलाये जा रहे इस प्रशिक्षण का उद्देश्य जल जीवन मिशन के सफल क्रियान्वयन के लिए समुदाय स्तरीय क्षमता विकसित करना, जिससे ग्राम जल स्वच्छता समिति के जल बहनियों, पंचायत के सरपंच, सचिव व सदस्यों व समन्वयक सहायक एजेंसिंयों के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक कर भविष्य में जल जीवन मिशन का सतत् संचालन किया जा सके। कार्यक्रम में जल गुणवत्ता की जांच, जल संरक्षण के महत्व समुदाय की भागीदारी समेत जल जीवन मिशन के सभी घटकों के बारे में अवगत कराया गया। प्रशिक्षण देने के लिए वि द पिपुल संस्था से मास्टर ट्रेनर श्री अजय महापात्रा समेत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से नोडल अधिकारी श्री प्रमोद महतो, जल जीवन मिशन के आई.ई.सी. समन्वयक श्री अशीष सिंह ठाकुर, आई.एस.ए. समन्वयक सुश्री हिमांगी बघेल, डब्ल्यु,क्यु.एम.एस. समन्वयक श्रीमती सभ्या बंदे, सी.डेट समन्वयक श्री अविनाश घिरी सहित ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

मिलेट्स की खेती के संबंध में किसानों को मिला प्रशिक्षण  : अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 के तहत पोषक अनाज रागी के साथ अन्य मिलेट्स फसलों पर मिलेट्स प्रसंस्करण के संबंध में कृषि विज्ञान केन्द्र बिलासपुर में कृषक उत्पादक समूह, इन्टरप्रेन्योर तथा कृषि विभाग के मैदानी अमलों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा जिले में इस वर्ष रागी फसल प्रदर्शन आयोजन के संबंध में विस्तृत जानकारी के साथ ही मिलेट्स में प्राप्त पोषक तत्व, मिलेट्स खाने से कई बिमारियों में लाभ, विपणन के संबंध में जानकारी दी गई तथा मिलेट्स फसलों जैसे कोदो, कुटकी, रागी के उन्नत कृषि तकनीकी से फसलोत्पादन की सस्य क्रियाओं की विस्तृत जानकारी दिया गया तथा मिलेट्स की उन्नत कृषि तकनीक से फसलोंत्पादन करने हेतु कृषकों को प्रेरित करने कहा गया। प्रशिक्षण में वरिष्ठ वैज्ञानिक एव प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र के श्री एस.पी. सिंह, कृषि वैज्ञानिक श्रीमती शिल्पा कौशिक, कृषि वैज्ञानिक श्री जयंत साहू,  कृषि वैज्ञानिक डॉ. निवेदिता पाठक उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में संयुक्त संचालक कृषि श्री एम.के. चौहान, उप संचालक कृषि श्री पी.डी.हथेश्वर, सहायक संचालक कृषि श्री आशुतोष श्रीवास्तव एवं सहायक संचालक कृषि श्री अनिल कौशिक के द्वारा उपस्थित प्रशिक्षणार्थीयों को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज के महत्व व प्रसंस्करण के बारे में जानकारी दिया गया ।

सहकारी समिति का निर्वाचन कार्यक्रम जारी : छ.ग. राज्य सहकारी निर्वाचन आयोग के आदेशानुसार सी.पी. बाजपेयी को क्लर्क को-ऑपरेटिव जनरल परपज थ्रिफ्ट सहकारी समिति बिलासपुर का रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त किया गया है। जारी निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार नियोजन पत्र की प्राप्ति 10 फरवरी, नियोजन पत्र की जांच 11 फरवरी, आमसभा, मतदान, मतगणना 17 फरवरी और 21 फरवरी को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष की बैठक सूचना जारी कर 24 फरवरी को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं प्रतिनिधियों का निर्वाचन सम्पन्न कराया जायेगा।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के रिक्त पदों के लिए आवेदन 24 फरवरी तक : एकीकृत बाल विकास परियोजना तखतपुर द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए 24 फरवरी तक आवेदन आमंत्रित किये गये है। ग्राम पंचायत सकेरी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के एक पद एवं तखतपुर के नेता जी बोस वार्ड में सहायिका के एक पद के लिए आवेदन मंगाये गये है। कार्यकर्ता के लिए शैक्षणिक योग्यता 12वीं एवं सहायिका के लिए 8वीं, उम्र 18 से 44 वर्ष, उसी ग्राम एवं वार्ड की निवासी होना अनिवार्य है। इच्छुक आवेदिका 7 फरवरी से 24 फरवरी तक कार्यालयीन समय में उपस्थित होकर या स्वयं पंजीकृत डाक द्वारा आवेदन जमा कर सकते है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के  पदों पर दावा आपत्ति 13 फरवरी तक  : एकीकृत बाल विकास परियोजना सरकण्डा अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र बेलतरा, बाम्हू, मटियारी, धूमा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी केंद्र पौंसरा, पेण्डरवा, बसहा, धूमा, डंगनिया, लखराम एवं कोरबी में आंगनबाड़ी सहायिका की भर्ती के लिए प्राप्त आवेदनों का मूल्यांकन समिति द्वारा अनंतिम मूल्यांकन पत्रक जारी की गई है। सूची के संबंध में दावा आपत्ति 13 फरवरी 2023 तक में प्रस्तुत किये जा सकते हैं।

मनरेगा से बनी डबरी, अब लहलहा रही फसल :  जिले में महात्मा गांधी नरेगा के कार्यो से ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं। विगत चार बरस में सरकार द्वारा लोगों की बेहतरी के लिए जा रहे प्रयासों की बदौलत ग्रामीणों की दशा और दिशा बदल गयी है। अब न केवल उन्हें रोजगार मिल रहा है बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार आया है। इसी कड़ी में मनरेगा योजना (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के तहत हितग्राहियों के बाड़ी में डबरी और कुंआ बनाया जा रहा है। बाड़ी में डबरी और कुंआ बन जाने से किसानों की सिंचाई जैसी समस्या का समाधान हो जा रहा है। जनपद पंचायत तखतपुर के ग्राम पंचायत राजपुर के किसान श्री लाला राम उन्हीं हितग्राहियों में से है जिन्हें इस योजना का लाभ मिला है। श्री लालाराम की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। उनके पास लगभग एक एकड़ जमीन थी। अब वहां डबरी बन जाने से उनकी सिंचाई के लिए पानी की चिंता दूर हो गई हैं। डबरी में पानी की उपलब्धता के चलते श्री लालाराम सब्जी तरकारी की खेती कर रहे हैं, जिससे उनकी आमदनी बढ़ी है। पहले सिंचाई के लिए पानी न होने के कारण वे खेती नहीं कर पा रहे थे। पानी की समस्या से वे लगातार जूझ रहे थे। इस बीच उन्हें प्रशासनिक अमले से जानकारी मिली की मनरेगा के तहत डबरी निर्माण कराया जा सकता है। श्री लालाराम के लिए यह योजना वरदान साबित हुई। श्री लालाराम और उनके परिवार के लिए सरकारी योजना नई उम्मीद बनकर आई है। उन्होंने बताया कि योजना का लाभ मिलने के बाद अब तक वे डबरी की मेढ़ पर राहर की 2 फसल ले चुके हंै। इसके अलावा मेढ़ के किनारे व बगल की जमीन में पपीता, अमरूद, केला, जामुन, अनार एवं विभिन्न प्रकार की सब्जियां सेमी, प्याज, लाल भाजी, पालक, धनिया, मेथी, टमाटर आदि फसल लगाने से उन्हें अतिरिक्त आमदनी भी हो रही है। भविष्य में डबरी में मछली पालन, बत्तख पालन एवं सिंघाड़े की फसल लगाने की भी सोच रहे हंै। शासन की इस योजना से उन्हें ना केवल डबरी बनाने के लिए राशि स्वीकृत हुई अपितु इसमें उन्हें रोजगार भी मिला है। श्री लालाराम कहते हैं कि शासन की इस योजना ने उनके जीवन में खुशहाली ला दी है। बिल्हा एवं कार्यालय परियोजना कार्यालय परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना सरकण्डा में सूचना पटल पर चस्पा कर दिया गया है।

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