May 12, 2024

बाढ़ में घंटो फंसी रही ट्रेन, एयरफोर्स ने ऐसे किया 119 यात्रियों को रेस्क्यू

इन दिनों पूर्वोत्तर के राज्य असम में भारी बारिश के चलते तबाही का दौर जारी है. इस बीच बीते रविवार को कछार इलाके में एक ट्रेन बाढ़ में फंस गई. इस ट्रेन में फंसे 119 यात्रियों को भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने रेस्क्यू किया. राज्य के कई इलाकों में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते अलर्ट जारी किया गया है.

बाढ़ में फंसी सिलचर-गुवाहाटी एक्सप्रेस

जानकारी के मुताबिक, भारी बारिश और बाढ़ के चलते असम के कछार इलाके में सिलचर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन फंस गई. पानी इतना ज्यादा था कि ट्रेन आगे या पीछे तक नहीं हो पा रही थी. काफी देर तक फंसे रहने के बाद स्थानीय प्रशासन ने मदद के लिए एयरफोर्स से संपर्क किया.

एयरफोर्स ने ट्वीट दी जानकारी

इंडियन एयरफोर्स ने ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी. एयर फोर्स ने बताया, ‘IAF के हेलीकॉप्टरों ने असम के दिटोकचेरा रेलवे स्टेशन से 119 यात्रियों को निकाला. दीमा हसाओ जिले में स्थित, रेलवे स्टेशन पर लगातार बारिश के कारण 24 घंटे से ज्यादा समय तक एक ट्रेन फंसी रही, जिससे रेल की आवाजाही संभव नहीं हो पाई.’

दीमा हसाओ में भूस्खलन से तीन की मौत

गौरतलब है कि असम के दीमा हसाओ जिले में भूस्खलन में तीन लोगों की मौत हो गई. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, दीमा हसाओ के हाफलोंग इलाके में एक महिला सहित तीन लोगों की जान चली गई. राज्य के अन्य हिस्सों से रेल और सड़क संपर्क टूट जाने के कारण कई स्थानों पर अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से पहाड़ी जिला प्रभावित हो गया है.

राज्य में अलर्ट जारी

ASDMA के बयान के अनुसार, असम के पांच जिलों में बाढ़ से लगभग 25,000 लोग प्रभावित हैं. सबसे बुरी तरह कछार क्षेत्र प्रभावित है, जिसमें 21,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद कार्बी आंगलोंग पश्चिम में लगभग 2,000 पीड़ित हैं और धेमाजी में 600 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. एएसडीएमए ने 72 घंटों के लिए कछार, करीमगंज, धेमाजी, मोरीगांव और नगांव जिलों के लिए बाढ़ का अलर्ट जारी किया है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post एक्शन सीन करते हुए सिद्धार्थ की हुई ऐसी हालत
Next post ब्रेन ब्लड क्लॉट को हटाने के लिए कोई कट-दर्द नहीं और लगभग फ्री : डॉ. शिवराज इंगोले
error: Content is protected !!