कोरोना इफेक्ट: लखनऊ में नया ट्रैफिक रूल, बाइक पर दो लोगों के बैठने पर रोक, जानें कार में कितनों को मिली छूट
लखनऊ. कोरोना वायरस (Coronavirus) के खौफ के चलते उत्तर प्रदेश (Utter Pradesh) की राजधानी लखनऊ में आज से एक बाइक पर दो लोगों के चलने पर रोक लगा दी गई है. इसी के साथ कार में सिर्फ दो लोगों को बैठकर सफर करने की अनुमति होगी. एक व्यक्ति कार की ड्राइविंग सीट पर होगा और दूसरे को पीछे बैठना होगा. नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इसके लिए प्रशासन ने पुलिस को निर्देश जारी किए हैं कि कोई अनावश्यक रूप से घूमता मिले तो उसकी गाड़ी सीज कर दी जाए. आज से बिना पास के सड़कों पर वाहन नहीं दौड़ाए जा सकेंगे.
इनको मिलेगा पास
बता दें कि लखनऊ में लॉकडाउन के दौरान राशन की ढुलाई से लेकर दूध पहुंचाने वाले वाहनों को भी पास बनवाना होगा. हर विभाग से जुड़े वाहनों का पास वहां के विभागाध्यक्ष जारी करेंगे. मंडी से जुड़े वाहनों का पास मंडी सचिव, खाद्य पदार्थों को ढोने वाले वाहनों का पास एडीएम प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े वाहनों के पास सीएमओ कार्यालय से जारी किए जाएंगे.
आप जनता को पास नहीं
बता दें कि आम लोगों के लिए पास की व्यवस्था नहीं की गई है. लोग अति आवश्यक कार्य होने पर ही सड़कों पर निकल सकेंगे. उन्हें इसके लिए साक्ष्य भी दिखाना होगा.
उप मुख्यमंत्री का ऐलान
उधर, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए अपने एक माह के वेतन और विधायक निधि से एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की है.
प्राइवेट हॉस्पिटल्स को अपने अधीन लेगी सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना वायरस संक्रमण पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा सकती है. सूत्रों की मानें तो योगी सरकार उत्तर प्रदेश के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल्स को कुछ समय के लिए अपने अधीन ले सकती है. सरकार की देखरेख में इन प्राइवेट अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों और संदिग्धों का इलाज होगा. योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग को राज्य के सभी बड़े प्राइवेट अस्पतालों के बारे में डेटा तैयार करने के लिए कहा है. कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने के लिए योगी सरकार जल्द ही प्राइवेट अस्पतालों को अपने अधीन लेने की घोषणा कर सकती है.