खदान में काम करने वाला मजदूर रातों रात बना करोड़पति, दो माह में खोज निकाला तीसरा दुर्लभ रत्न


नई दिल्ली. किस्मत का खेल बड़ा ही निराला है किसी को राजा से रंक बना देती है तो किसी को रंक से राजा. तंजानिया के इस मजबूर की कहानी सुनेंगे तो आप भी किस्मत पर यकीन करने लगेंगे. कोविड-19 का यह साल तंजानिया के इस मजदूर के लिए काफी लकी साबित हुआ है. 24 जून 2020 को तंजानिया की खदान में काम करने वाले मदजूर Saniniu Laizer को दो अनमोल रत्न मिले थे जिसके चलते वे रातों-रात करोड़पति बन गए थे.

Saniniu Laizer को दो दुर्लभ रत्न मिले थे जिसमें एक का वजन 9.27 किलो था और दूसरे का 5.103 किलो. दोनों बेशकीमती रत्न गहरे बैंगनी और नीले कलर के थे जो माइनर मैन को तंजानिया के उत्तर में स्थित एक खदान में मिले थे. इन दोनों रत्नों के बदले वहां की सरकार ने उन्हें 7.74 बिलियन यानी करीब 25 करोड़ 36 लाख रुपए का चेक दिया था. इन दोनों रत्नों को बैंक तंजानिया के बैंक में रखा गया है.

दोनों रत्नों को मिले हुए अभी दो माह भी नहीं बीते थे कि इस लकी आदमी को तीसरा बेशकीमती रत्न हाथ लग गया है. अब इस माइनर को जो रत्न मिला है उसका वजन 6.3 किलो ग्राम है. यह खदान में काम करने वाले मजदूर की तीसरी बड़ी खोज है. यह रत्न भी पहले के दो रत्नों की तरह बेहद बहुमूल्य है. लिहाजा एक बार फिर इस शख्स को वहां की सरकार सम्मानित करेगी.

तंजानाइट रत्न सिर्फ पूर्वी अफ्रीकी राष्ट्र के उत्तरी क्षेत्र के छोटे से इलाके में पाए जाते हैं. यह रत्न धरती के सबसे दुर्लभ रत्नों में से एक है. भूवैज्ञानिकों (Geologists) का मानना ​​है कि यह अगले 20 वर्षों में गायब हो सकता है.

अनमोल रत्न को खोजने वाले लेजियर ने तंजानिया की सरकार के साथ मिलकर छोटे स्तर पर खनिकों का काम करने का आग्रह किया है. उनका कहना है कि इस काम का उनके पास अच्छा अनुभव है और इसे वे बेहतर तरीके से कर सकते हैं. लेजियर ने सरकार को रत्नों के बदले कीमत को लेकर कहा, ”सरकार को बेचने का मतलब कोई शॉर्टकट नहीं हैं वे पारदर्शी हैं.”

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!