April 26, 2024

कांग्रेसियों ने राजीव गांधी की 33 वी शहादत दिवस  को आतंकवाद विरोध दिवस के रुप में मनाया

बिलासपुर. ज़िला कांग्रेस कमेटी ( शहर/ग्रामीण ) ने 21 मई को राजीव गांधी चौक में भारत रत्न , पूर्व प्रधान मंत्री स्व राजीव गांधी की 33 वी शहादत दिवस  को ” आतंकवाद विरोध दिवस ”  के रुप में मनाया गया ,और कांग्रेसजनों द्वारा शपथ ली गई ।
इस अवसर पर शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि स्व राजीव गांधी जी एक दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने 21 वी सदी की भारत की परिकल्पना को साकार रूप दिया और भारत मे संचार  क्रांति की नींव रखी ,कम्प्यूटर युग मे  युवाओ को ले गए , आज विश्व मे भारत के युवाओं का आईटी क्षेत्र में वर्चस्व है ,पांडेय ने कहा कि राजीव जी के सपनो का छत्तीसगढ़ भूपेश सरकार  गढ़ रहा है , राजीव जी कहते थे कि ग्रामीण जनता को नगद राशि कैसे मिले ? इसीको आधार बनाकर भूपेश सरकार ने “गौधन  न्याय योजना ” लागू कर गोबर को बहुपयोगी बनाकर किसानों को समृद्ध बनाया जा रहा है।
ज़िला अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि स्व राजीव जी का प्रधानमंत्रित्व काल उपलब्धियों से भरा है ,उन्होंने 18 वर्ष के  युवाओं को मताधिकार दिया ,शासन में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पंचायती राज कानून बनाया ,उनका असमय मौत ने देश के होनहार और काबिल नेतृत्व को हमसे छीन लिया ,
महापौर रामशरण यादव ने कहा कि स्व राजीव गांधी जी एक अमन-शांति पसन्द  व्यक्ति थे ,जो समाज मे,देश मे और विश्व मे  लोग भाई -चारे के साथ रहे ,उन्होंने श्रीलंका में लिट्टे समस्या को समाप्त करने के लिए शांति सेना भेजी ,देश के अंदर पंजाब, असम, मिजोरम में आंतरिक अलगाव वाद को समाप्त कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़कर प्रजातांत्रिक व्यवस्था को स्थापित करने में सफल रहे ,
 यादव ने कहा आज मणिपुर जल रहा है पर देश के प्रधानमंत्री ,गृहमन्त्री चुनाव प्रचार में लगे है और मणिपुर की जनता जान बचाकर पलायन करने में लगी है ,यही कांग्रेस और भाजपा में अंतर है ,जिसे युवाओ को समझना है ,
ज़फर अली ,एसएल रात्रे ने कहा कि स्व राजीव जी एक सौम्य व्यवहार के व्यक्ति थे ,जिन्हें राजनीति में कोई दिलचस्पी नही थी किन्तु परिस्थिति ने उन्हें बाध्यकर राजनीति में ले आया ,और इंदिरा गांधी के मददगार बने किन्तु 31 अक्टूबर 1984 की घटना ने उन्हें प्रधानमंत्री बना दिया और अल्प समय मे बड़े काम किये  पर 21 मई 1991 को चुनाव प्रचार के दौरान लिट्टे के शिकार हो गये और शहीद हो गए ।
कार्यक्रम में शहर अध्यक्ष विजय पांडेय,ज़िला अध्यक्ष विजय केशरवानी, पर्यटन मण्डल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, महापौर रामशरण यादव, ज़िला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान, ज़िला सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रमोद नायक,अरपा बेसिन उपाध्यक्ष अभय नारायण राय, नरेंद्र बोलर, ज़फर अली,एसएल रात्रे,ऋषि पांडेय, जाबेद मेमन, विनोद साहू, जितेंद्र पांडेय,सीताराम जायसवाल,अंकित गौरहा,राजेश्वर भार्गव,किरण यादव,पिंकी बतरा, सीमा घृटेश,प्रियंका यादव, स्वर्णा शुक्ला, अफरोज बेगम,किरण तिवारी,सुदेश नन्दिनी, अन्नपूर्णा ध्रुव,मोह अयूब, अरविंद शुक्ला,सुभाष ठाकुर, बजरंग बंजारे,राम प्रसाद साहू,सुरेश टण्डन,शहज़ादी कुरैशी,माधव ओत्तालवार,त्रिभुवन कश्यप, विनोद शर्मा,वीरेंद्र सारथी, राजेन्द्र सारथी,काशी रात्रे,रामशंकर बघेल,गंगाराम लास्कर, अब्दुल कुरैसी,भरत कुरैशी, राजेन्द्र वर्मा,राजेश शर्मा,ब्रजेश साहू,लक्ष्मी जांगड़े,देवेंद्र मिश्रा,करम गोरख,मीना आदिल,कमलेश लावहतरे,संजय जायसवाल,राजेश जायसवाल,मनोज शर्मा,सन्तोष दुबे,आदि उपस्थित थे।

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