बीमारी एक ऐसी दशा है जिसका अनुभव शरीर में किया जाता है, पर इसका अस्तित्व होता है मन में
भोपाल. आदर्श योग आध्यात्मिक केन्द्र स्वर्ण जयंती पार्क कोलार रोड़ भोपाल के संचालक योग गुरु महेश अग्रवाल ने बताया कि बीमारी क्या है? बीमारी एक ऐसी दशा है जिसका अनुभव शरीर में किया जाता है, पर इसका अस्तित्व होता है मन में। योग के अनुसार बीमारी हमारी अन्तश्चेतना में दबी रहती है, चूँकि हम उसके प्रति संवेदनशील नहीं होते, अत: उसकी अनुभूति मन और इन्द्रियों के जरिये शरीर में होती है। सभी रोग, चाहे वे पाचन सम्बन्धी हों या रक्त परिसंचरण सम्बन्धी, असावधानी और स्वास्थ्य के नियमों के प्रति लापरवाही से ही पैदा होते हैं।
योग गुरु अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान समय में बीमारियों के निदान में योग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी | हमारे आधुनिक समाज में कई प्रकार के दैनिक और मानसिक रोग व्याप्त हैं। आज जो नई बीमारियाँ पैदा होती जा रही हैं, उनका कारण है- परेशान और चिन्ताग्रस्त मन । कोई दवा इन रोगों का सामना नहीं कर सकती। तुम अगर इसके लिये समाज को कोई नई जीवन पद्धति देना चाहो तो यह कार्य एक वर्ष में होने का नहीं, बीस वर्षों में भी नहीं होगा। तब भी रोगों के वे रंग-ढंग चलते रहेंगे। ये रोग आधुनिक जीवन के महत्त्वपूर्ण अंग बन चुके हैं। इन समस्याओं के समाधान का एक ही रास्ता दिखलाई देता है और वह है योग।
शरीर के गंभीर रोगों के लिये सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा क्या है?
सहानुभूति | हर एक रोगी चिकित्सा अवधि में पूर्ण विश्राम एवं सेवा चाहता है। रोगी सहानुभूति का भूखा रहता है। वह अपना साधारण कार्य भी स्वयं करना नहीं चाहता है | रोगी को प्रेम से सेवा एवं सहानुभूति का बर्ताव मिले तो उसे स्वस्थ होने में कम समय लगता है। रोगी को हँसमुख रखना, स्वस्थ होने के लिये आशा और विश्वास बढ़ाना उसके क्रोध को प्रसन्नता से सहन करने एवं प्रेम तथा सहानुभूति से सेवा चालू रखने में ही रोगी की भलाई समझना चाहिये।
दीर्घकालीन व मूलभूत रोगों को हठयोग द्वारा सफलतापूर्वक ठीक किया जा सकता है। जो बीमारियाँ शुद्ध रूप से शारीरिक किस्म की हैं, उन्हें आसन, प्राणायाम और षट्कर्म द्वारा सीधे दुरुस्त किया जा सकता है। यदि रोग का कारण शरीर में न होकर मन की गहराई में हो तब तो हठयोग के साथ-साथ राज योग का अभ्यास करना होगा। कैंसर जैसे रोग मन में पैदा होते हैं और एक लम्बी तैयारी के बाद शरीर पर प्रकट होते हैं। मास्क का उपयोग जरूर करें,कोशिश करें घर पर रहकर ही योग करने की आदत डालें,आदर्श योग आध्यात्मिक केन्द्र लगातार कई वर्षो से स्वर्ण जयंती पार्क में एवं वर्तमान में ऑनलाइन फेसबुक के माध्यम से प्रातः 5 बजे से 7 बजे तक निरंतर निःशुल्क योग प्रशिक्षण 24 मार्च 2020 से बिना कोई अवकाश के चल रहा है जुड़ने के लिए फेसबुक की लिंक पर लाइक करें ,सभी धार्मिक सामाजिक राष्ट्रीय त्यौहार उत्साह पूर्वक मनाते है साधकों के जन्मदिन पर वृक्षारोपण के साथ लोगों को स्वच्छता, स्वास्थ्य,सुरक्षा के प्रति भी जागरूक किया जाता है |
योग गुरु महेश अग्रवाल 9827042893.